READ MORE: video: कभी हवेलियों की शान रही अनूठी कला अब बढ़ा रही ड्राइंग रूम की शोभा, आप भी देखेंगे तो हो जाएंगे कायल इधर एकादशी को लेकर मंदिरों में विशेष आयोजन हुए जगदीश मंदिर में शाम संध्या आरी के बाद पुजारी मोहन ने ठाकुरजी और तुलसी के विवाह की रस्म पूरी करवाई। पुजारी रामगोपाल ने बताया कि भगवान को चंवरिया में बिठाकर तुलसी के साथ विवाह करवाया गया। इस दिन भगवान को विशेष शृंगार धराने के साथ ही विविध व्यंजन भोग धराए गए। विवाह के अंत में कर्पूर आरती की गई और श्रद्धालुओं को मेहंदी वितरित की गई। इधर कार्तिक माह का व्रत करने वाले श्रद्धालुओं ने शाम ढलने के साथ ही झीलों में दीपदान किया। श्रीनाथजी मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने दीपदान किया।
READ MORE: video : खाली मटके लेकर और ढोल बजाते हुए महिलाएं पहुंच गईं दफ्तर, आगे क्या हुआ खुद ही देखिए.. श्री नाकोडा नगर प्रथम धाऊजी जी की बाड़ी प्रताप नगर में देव प्रबोधिनी एकादशी एवं तुलसी विवाह के उपलक्ष में क्षेत्र की महिलाओं ने भजन-कीर्तन किए। ग्यारह दिन बाद फिर गूंजे पटाखे देवउठनी एकादशी को मेवाड़ में छोटी दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन घरों में रंगोली बनाने के साथ ही संध्या के समय दीपक जलाकर रोशनी की गई। बच्चों और बड़ों ने शाम को पटाखे छोड़कर पर्व मनाया। कई घरों और मंदिरों में तुलसी विवाह की रस्म अदा की गई।