—— कोरोना जैसी महामारी भविष्य में और भी आ सकती है। इसके लिए जरूरी है कि हम अन्य देशों की तरह ही चिकित्सा क्षेत्र में मजबूत हो जाए। फिलहाल हमारे यहां चिकित्सा सुविधाएं कम हैं, तकनीकी नजरिए से हम कमजोर हैं, लेकिन हम प्रयास कर सफल हो सकते हैं। हमारी चिकित्सा सेवा विदेशों से कम नहीं है, लेकिन हमें अपनी सेवा को सुदृढ़ करने के लिए नई व्यवस्थाएं बनानी होगी, नई खोज करनी होगी और आगे बढऩा होगा।
डॉ राहुल जैन, अधीक्षक जिला चिकित्सालय अम्बामाता ——- अपना देश सक्षम है, हमारे पास तकनीक है, लेकिन हमें ये समझना होगा कि कब क्या बनाना है, क्या व्यवस्थाएं करनी हैं। हम चिकित्सा क्षेत्र में इसलिए पिछड़ते हैं क्योंकि जब हमें जरूरत होती है तो हम सस्ती दर पर विदेशों से मंगवा लेते हैं। इसलिए सरकार सोचती है कि जब आसानी से बाहर सब मिल रहा है तो हम क्यों बनाए, लेकिन हमें खुद आगे बढऩे के लिए मजबूत होना होगा। अपने देश में रॉ मटेरियल तैयार हो जाए तो हम काफी मजबूत हो सकते हैं।
डॉ एसके कौशिक, पूर्व प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर —— जब विदेशों में सब कुछ हो रहा है, तो हमें सोचना चाहिए कि हम उन पर निर्भर नहीं होकर खुद क्यों नहीं कर सकते। यदि हमें चिकित्सा क्षेत्र में आगे बढऩा है तो नई तकनीक खोजनी होगी, नए अवसर तलाशकर आगे आना होगा, वर्तमान में हमारी चिकित्सा व्यवस्थाएं अन्य देशों की तुलना में कमजोर हैं, हमारी सरकार सब कुछ कर सकती है, लेकिन सही दिशा में चलकर प्रयासों के साथ आगे आना होगा।
डॉ एफएस मेहता, पूर्व अधीक्षक एमबी हॉस्पिटल