हरियाणा के रोहतक में १९९५ में जन्मे देश के इस उ ारते बॉक्सर ने कहा कि देश के बॉक्सर पूरी दुनिया में सबसे बेहतर है। अन्तरराष्ट्रीय मुकाबलों तक पहुंचने के लिए यह जरूरी है कि िालाडि़यों की नींव बेहतर हो, वे एक के बाद एक प्रतियोगिता लगातार प्रदर्शन करें। इससे उनका आत्मविश्वास बढेग़ा और वे विदेशी धरती पर देश का नाम रोशन कर सकेंगे।
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परिवार का सपोर्ट बेहद जरूरी- नवीन
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परिवार का सपोर्ट बेहद जरूरी- नवीन
ाटिंडा के गुरुकाशी विवि से आए बॉक्सर नवीन वर्मा ने कहा कि वे करीब दस वर्ष से बॉक्सिंग कर रहे हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तीन मेडल ले चुके नवीन ने बताया कि दूसरे देशों में अब हमारे बॉक्सर सफल होने लगे हैं। जरूरत यह है कि वे लगातार ोलते रहे। परिवार का सपोर्ट िालाड़ी के लिए बेहद जरूरी है।
——- प्रशिक्षण केन्द्र बढ़ाने का दि ा रहा असर
महाराष्ट्र विवि, जलगांव से आए बॉक्सर नयन राणे ने बताया कि वह तमाम विपरीत परिस्थितियों में ाी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता रहा है। उन्होंने बताया कि ाारत में प्रशिक्षण केन्द्र बढे़ हैं, इसका असर ाी दि ा रहा है। जिनमें प्रति ााएं है, उन्हें प्रोत्साहन के लिए औद्योगिक घरानों को आगे आना चाहिए। वे महिलाओं में मेरीकॉम एवं पुरुषों में मनोजकुमार और विजेन्द्र को सर्वश्रेष्ठ मानते थे। राणे ने बताया कि गरीबी के कारण परिवार उन्हें इस ोल में आने से रोक रहा था, क्योंकि बॉक्सिंग में ार्च काफी होता है। जिद ने उन्हें यहां तक ले आई और कई बरसों से नेशनल ोल रहा हूं।
महाराष्ट्र विवि, जलगांव से आए बॉक्सर नयन राणे ने बताया कि वह तमाम विपरीत परिस्थितियों में ाी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता रहा है। उन्होंने बताया कि ाारत में प्रशिक्षण केन्द्र बढे़ हैं, इसका असर ाी दि ा रहा है। जिनमें प्रति ााएं है, उन्हें प्रोत्साहन के लिए औद्योगिक घरानों को आगे आना चाहिए। वे महिलाओं में मेरीकॉम एवं पुरुषों में मनोजकुमार और विजेन्द्र को सर्वश्रेष्ठ मानते थे। राणे ने बताया कि गरीबी के कारण परिवार उन्हें इस ोल में आने से रोक रहा था, क्योंकि बॉक्सिंग में ार्च काफी होता है। जिद ने उन्हें यहां तक ले आई और कई बरसों से नेशनल ोल रहा हूं।
—— नियमित प्रशिक्षण नहीं मिलने से नुकसान
महाराष्ट्र से आए बॉक्सिंग कोच पंकज पाटिल ने बताया कि हम तकनीकी रूप से मजबूत होते जा रहे हैं। मेरीकॉम ने अपना नाम पूरी दुनिया में कर दिया है, लेकिन अब पुरुष ाी बडे़-बडे़ देशों को धूल चटा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस ोल में तीन-तीन मिनट के तीन राउण्ड होते हैं यानी हर िालाड़ी को नौ मिनट में ाुद को साबित करना होता है। हमारे बॉक्सर को नियमित प्रशिक्षण नहीं मिलने से कुछ नुकसान हो रहा है। बॉक्सर के लिए जरूरी है कि उन्हें प्रोटीन ाूब मिले ताकि वे बडे़ से बडे़ पहलवान को चित कर सकें।
महाराष्ट्र से आए बॉक्सिंग कोच पंकज पाटिल ने बताया कि हम तकनीकी रूप से मजबूत होते जा रहे हैं। मेरीकॉम ने अपना नाम पूरी दुनिया में कर दिया है, लेकिन अब पुरुष ाी बडे़-बडे़ देशों को धूल चटा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस ोल में तीन-तीन मिनट के तीन राउण्ड होते हैं यानी हर िालाड़ी को नौ मिनट में ाुद को साबित करना होता है। हमारे बॉक्सर को नियमित प्रशिक्षण नहीं मिलने से कुछ नुकसान हो रहा है। बॉक्सर के लिए जरूरी है कि उन्हें प्रोटीन ाूब मिले ताकि वे बडे़ से बडे़ पहलवान को चित कर सकें।