समन्वयक प्रो. एमएस राठौड़ ने बताया चार दिवसीय महोत्सव में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इसमें पश्चिम भारतीय विश्वविद्यालयों के बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देना व कॉमन प्लेटफॉर्म पर सांस्कृतिक कौशल को प्रस्तुत करना है। इससे शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, कौशल व उद्यमिता को लेकर राष्ट्रीय भावना व एकता में योगदान मिलता है। महोत्सव में संगीत, नृत्य, साहित्यिक, थियेटर व फाइन आर्टस पर प्रस्तुतियां होंगी।
यह होंगे कार्यक्रम
संगीत : क्लासिकल वॉकल, इंस्ट्रूमेंटल, लॉकल एंड वेस्टर्न वॉकल, ग्रुप सांग, इण्डियन एंड वेस्टर्न व फॉक आर्केस्ट्रा। नृत्य : फॉक एंड ट्राइबल डांस व क्लासिकल डांस
साहित्यिक : क्विज, एलोक्यूएशन व डिबेट।
संगीत : क्लासिकल वॉकल, इंस्ट्रूमेंटल, लॉकल एंड वेस्टर्न वॉकल, ग्रुप सांग, इण्डियन एंड वेस्टर्न व फॉक आर्केस्ट्रा। नृत्य : फॉक एंड ट्राइबल डांस व क्लासिकल डांस
साहित्यिक : क्विज, एलोक्यूएशन व डिबेट।
थिएटर : वन एक्ट प्ले, नाटक, मेमे व मिमिक्री।
फाइन आर्टस : ऑन द स्पॉट पेंटिंग, कॉलाज, पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, कार्टूनिंग, रंगोली, स्पॉट फोटोग्राफी व इंस्टालेशन। READ MORE: 17th National Para Swimming Competition : उदयपुर में पहली बार होने जा रही है ये प्रतियोगिता, जुटेेंगे 26 राज्यों के पैरा स्वीमर्स
फाइन आर्टस : ऑन द स्पॉट पेंटिंग, कॉलाज, पोस्टर मेकिंग, क्ले मॉडलिंग, कार्टूनिंग, रंगोली, स्पॉट फोटोग्राफी व इंस्टालेशन। READ MORE: 17th National Para Swimming Competition : उदयपुर में पहली बार होने जा रही है ये प्रतियोगिता, जुटेेंगे 26 राज्यों के पैरा स्वीमर्स
दिसम्बर में बर्ड फेस्टिवल भी उदयपुर. प्रकृतिप्रेमियों एवं बर्ड वॉचर्स के लिए बहुप्रतीक्षित उदयपुर बर्ड फेस्टिवल 2017 के आयोजन की तैयारी बैठक अरण्य कुटीर में वन अधिकारियों एवं पक्षी विशेषज्ञों के सानिध्य में संपन्न हुई। बैठक में उदयपुर बर्ड फेस्टिवल-2017 की अंतिम रूपरेखा तैयार की गई । बैठक में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी विक्रम सिंह ने इस आयोजन को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता वाला बनाने के लिए समस्त संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे पूरी गंभीरता के साथ इसकी विविध गतिविधियों की तैयारियां करें। इस मौके पर बतौर अतिथि पहुंचे प्रदेश के ख्यातनाम वन्यजीव एवं पक्षी विशेषज्ञ मनोज कुलश्रेष्ठ ने भी आयोजन से जुड़ी गतिविधियों को उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष आयोजित हो रहे पक्षी महोत्सव की तर्ज पर आयोजित करने का सुझाव दिया।बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राहुल भटनागर ने बताया कि इस बार उदयपुर बर्ड फेस्टिवल को व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा जिसमें देश एवं प्रदेश से बर्ड वॉचर्स, शहरवासी, प्रकृति प्रेमी, स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राएं, शोधार्थी एवं प्रकृति व पर्यावरण संरक्षण में रूचि रखने वाले लोग भाग ले सकेंगें। बैठक में वन विभाग के सेवानिवृत एसीएफ एवं वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. सतीश कुमार शर्मा ने गत बैठक की अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसपर विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। जिसमें तय किया गया कि आयोजन आगामी 22 से 25 दिसम्बर 2017 को किया जाएगा जिसमें 22 को बर्ड रेस का विशेष आयोजन किया जाएगा।