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कौशल भट्टी में करोड़ फूंक ऐसा क्या प्रशिक्षण दिया इन लाचारों को, जो घर बैठे हैं ‘ठाले’

locationउदयपुरPublished: Sep 28, 2019 11:22:51 am

– राजस्थान कौशल व आजीविका विकास निगम की ओर से चलाई गई योजनाओं के हाल
– जिन्हें प्रशिक्षण दिया, उनमें से सवा दो लाख बेरोजगार

कौशल भट्टी में करोड़ फूंक ऐसा क्या प्रशिक्षण दिया इन लाचारों को, जो घर बैठे हैं ‘ठाले’

कौशल भट्टी में करोड़ फूंक ऐसा क्या प्रशिक्षण दिया इन लाचारों को, जो घर बैठे हैं ‘ठाले’

भुवनेश पण्ड्या

उदयपुर. सरकार ने उन्हें जल्द रोजगार देने के सपने दिलाए थे, उन्हें छोटे बच्चों की तरह कक्षाओं तक में बिठा दिया, ताकि वे कुछ पढ़-लिखकर इस लायक बन जाए कि अपना और अपने घर परिवार का पेट पाल सके, लेकिन जैसे ही उनका प्रशिक्षण हकीकत के धरातल पर उतरा तो उनके सपनों को साथ लेकर कांच की तरह टूटकर चूर-चूर हो गया। यह सरकार के कौशल विकास के जरिये रोजगार के दावों की हकीकत है।
सरकार ने वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2019 तक छह वर्षों में 3 लाख 29 हजार 383 युवाओं को प्रशिक्षित किया, जिनमें से केवल एक लाख 17 हजार 33 युवाओं को छोटा-मोटा रोजगार अथवा स्वरोजगार के अवसर मिले, लेकिन इससे दुगुने यानी 2 लाख 12350 बेरोजगार ही रहे। ध्यान रहे, सरकार ने इन पांच वर्षों में युवाओं को बेरोजगारी के दलदल से निकालने के लिए 425.49 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
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– राजस्थान कौशल व आजीविका विकास निगम की ओर से प्रदेश में चार कौशल प्रशिक्षण योजनाएं चलाई जा रही है।
– रोजगार परक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम (इएलएसटीपी)

– नियमित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम- (आरएसटीपी)
– दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना- (डीडीयू-जीके वाय)
– प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना- (पीएमकेवीवाय)

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निगम की ओर से कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को चयनित प्रशिक्षण प्रदाता संस्थाओं के माध्यम से राज्य के सभी जिलों में इसे चलाया जा रहा है। इसमें युवाओं को सभी प्रशिक्षण कार्यक्रम नि:शुल्क दिए जाते हैं, इसके बाद प्रशिक्षण प्रदाता संस्थाओं की ओर से युवाओं को योजना के अनुसार निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर व स्वरोजगार के अवसर दिए जाते हैं। युवा अपनी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण का चयन कर मोबाइल से पंजीयन करा सकते हैं।
वर्ष 2014 से जून 2019 तक विभिन्न योजनाओं के हाल: योजनाओं के अनुसार युवाओं को दिया प्रशिक्षण

वर्षवार डीडीयूजीकेवाय इएलएसटीपी आरएसटीपी पीएमकेवीवाय कुल

2014-15, 2779, 33171, 0, 0, 35950

2015-16, 24760, 33361, 4858, 0, 62979
2016-17, 4829, 60749, 9925, 0, 75503

2017-18, 4125, 33996, 4585, 0, 42706

2018-19, 12139, 47143, 20111, 7529, 86922

2019-20, 3502, 10477, 3587, 7757, 25323

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योजनावार मिला रोजगार

वर्षवार डीडीयूजीकेवाय इएलएसटीपी आरएसटीपी कुल
2014-15, 1985, 19715, 0, 21700

2015-16, 11958, 15947, 2467, 30372

2016-17, 1937, 31004, 5067, 38008

2017-18, 921, 16254, 1585, 18760

2018-19, 00, 7538, 655, 8193

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16801, 90458, 9774, 117033
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राज्य व केन्द्र की ओर से मिला पैसा- राशि करोड़ों में। 2014 से 19 तक की राशि का ब्योरा

इन पांच वर्षों में बेरोजगारों को रोजगार के लिए तैयार करने के काम पर केन्द्र व राज्य ने मिलकर 425.49 करोड़ रुपए लुटाए हैं।
स्टेट प्लान में मिला पैसा: 220.89

केन्द्र से मिला पैसा: 204.6 करोड़ रुपए

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