उदयपुर

उदयपुर में यहां स‍िक्‍स लेन की भेंट चढ़़ा़ बुजुर्ग व‍िधवा के घर का आंगन, दर्द सुनकर भी नहीं पसीजा अधिकारियों का द‍िल

देबारी-काया ग्रेटर सेपरेटर और सिक्सलेन निर्माण में मकान के चारों भर दिया मलबा

उदयपुरJun 13, 2018 / 01:40 pm

Pankaj

बगैर मुआवजा बुजुर्ग बेवा का आंगन मलबे से पाटा

चंदनस‍िंह देवड़ा/ उदयपुर . देबारी-काया ग्रेटर सेपरेटर और सिक्सलेन निर्माण में भोईयों की पंचोली ग्राम पंचायत क्षेत्र के धूणीमाता में बुजुर्ग बेवा केशी बाई के मकान के चारों ओर बगैर मुआवजा दिए ही मलबा भर दिया गया है। ठेकेदार ने आदिवासी परिवारों के पूर्वजों के चबूतरे (स्थानक) तक को मिट्टी से पाट दिया गया, वहीं छोटी सी पहाड़ी पर बने देवरे को भी हटाने के लिए बोल दिया गया है लेकिन इसका मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया है। विकास के नाम पर आशियाने उजाडऩे की तैयारी है, लेकिन उनके सिर ढकने तक की व्यवस्था नहीं की गई। अकेली बुजुर्ग बेवा मुआवजे की मांग को लेकर सरपंच, पटवारी, ठेकेदार फर्म के अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ा चुकी है। इसी प्रकार मेघा भील के मकान का कुछ हिस्सा हाइवे की जद में आ रहा है। मुआवजा नहीं मिलने से यह परिवार अब तक मौके से नहीं हटा है।
केशी बोली, भगवान रो आसरो है
70 वर्षीय केशीबाई अकेली रहती है, जिसके पति और बेटे की मौत हो गई। खरबडि़या निवासी बेटी की बहू और लकड़वास में रहकर ड्राइवरी करने वाला पोता कभी-कभार आकर संभाल जाते हैं। केशी बोली ‘एक रुपयो तक नी मल्यो, साब आवे वणा ने केंउ हूं पर कोई नी हूणे, बैठी हूं अठे म्हारो ई भगवान है।
 

बीमार मेघा भी चिंतित

केशीबाई के पास रहने वाला मेघा भील के मकान से सटाकर ठेकेदार ने भराव का पहाड़ खड़ा कर दिया है। उसके मकान का कुछ भाग भी हाइवे में आ रहा है। मेघा दो माह पूर्व करंट लगने से अस्पताल में भर्ती रहा। परिवार में भतीजा, उसकी बहु और दो छोटे बच्चे हैं।

धर्म स्थल भी आए हाइवे की जद में
काली तलाई धूणीमाता क्षेत्र में धर्मराज बावजी का देवरा भी हाइवे की जद में आ रहा है जिसके चारों ओर भराव भर दिया गया है। मुआवजा नहीं मिलने से अभी इसे शिफ्ट नहीं किया गया है। आसपास में आदिवासी परिवारों के धार्मिक चबूतरे भी हैं जिन्हें हटाने को कहा जा रहा है। इनका भी मुआवजा नहीं मिला।
 

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अवाप्ति में सामने आई लापरवाही
एनएचएआई की अधिसूचना के आधार पर सक्षम भूमि अवाप्ति अधिकारी पदेन कलक्टर ने मुआवजा बांटा। एनएचएआई, पटवारी, अमीन और अधिकारियों की लापरवाही के चलते ये परिवार मुआवजे से वंचित रह गए हैं।

इनका कहना……
मैंने भी केशी बाई और मंदिर का मुआवजा दिलवाने के लिए कई बार एनएचएआई के चक्कर लगाए हैं ताकि गरीब को राहत मिल सके। अभी तक इनको पैसा नहीं मिला है।
विमल भादविया, सरपंच भोईयों की पंचोली ग्राम पंचायत
एनएचएआई की अधिसूचना और मूल्यांकन रिपोर्ट भेजी थी जिसके आधार पर मुआवजा दे दिया गया। रिपोर्ट नहीं आई होगी, तभी धूणीमाता क्षेत्र के इन परिवारों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है। रिपोर्ट आने पर भुगतान कर दिया जाएगा।
सीएल देवासी, अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं सक्षम भूमि अवाप्ति अधिकारी

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