सावधानी ही सुरक्षा
सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्वाइन फ्लू से ग्रसित व्यक्ति की होती है। वह चाहे तो बहुत से लोगों को इसके संक्रमण से बचा सकता है। इसके लिए मरीज को स्वत: ही अन्य लोगों से थोड़ी दूरी बना लेनी चाहिए। साथ ही साफ-सफाई का पूरा ध्यान देना चाहिए। खांसने पर छह फीट तक वायरस या जीवाणु जा सकते हैं। खांसते समय हमेशा ही रुमाल का उपयोग करें।
स्वाइन फ्लू पांच वर्ष से कम व 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ज्यादा प्रभावित कर सकता है, क्योंकि इस उम्र में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसके अलावा मधुमेह, हृदय,यकृत व सांस की समस्या वाले मरीजों और गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की आशंका अधिक रहती हैं।
पौष्टिïक व विटामिन युक्त आहार तथा हरी सब्जियों और दालों के साथ विटामिन सी की ज्यादा मात्रा वाले उत्पादों का भोजन में शामिल करें। अधिक से अधिक तरल पदार्थ लें। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। ज्यादा से ज्यादा पानी खतरे को कम करता है। ज्यूस व फलों का सेवन ज्यादा करें। यह शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा देता है।