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उदयपुर जिले की इस तहसील में हनुमान जी को लगी ठंड ….तो पुजारी ने किया ये इंतजाम

locationउदयपुरPublished: Nov 07, 2018 05:16:33 pm

Submitted by:

madhulika singh

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hanuman temple

video : यहां दीपावली के मौके पर खूब ब‍िकते हैं होली के रंग

उमेश मेनारिया/मेनार. मेनार कस्बे सहित वल्लभनगर उपखण्ड क्षेत्र के सभी गाँवोंं में रूपचौदस पर्व मनाया जाएगा। हनुमान जी का पंचामृत और सिंदूर से अभिषेक किया गया । हनुमान जी के विशेष पूजन के बाद सुन्दरकांड पाठ हनुमत कवच स्त्रोत पाठ, हवन एवं महारथी का रूप दिया । वल्लभनगर उपखण्ड के शीतला माता मंदिर के पास स्थित हनुमान मंदिर में बालाजी को ऊनी वस्त्र पहनाए गए । जाड़े की चमक में ऊनी कपड़ों की सार-संभाल हो उससे पहले मंदिरों में देवताओं का शीत-शृंगार आरंभ हो गया है। प्रतिमाओं की ऐसी प्रीतिमय परिधान-सज्जा की परंपरा अधिक पुरानी नहीं परन्तु पर्याप्त लोकप्रिय है। ऐसी परंपरा बुधवार को रूप चौदस पर वल्लभनगर में देखने को मिली ।
इसलिए मनाया जाता है त्योहार

रूप चौदस के दिन श्री हनुमान जी की विशेष पूजा करने का भी विधान है, इसी दिन बचपन में हनुमान जी ने सूर्य देव को खाने की वस्तु समझ कर खा लिया था, जिस कारण चारों ओर अंधकार फैल गया, बाद में सूर्य देव को इंद्र देवता ने हनुमान जी के उदर से मुक्त करवाया था । हनुमान जी बाल्यकाल में सूर्य को फल समझकर खाने दौड़े थे। उस समय सूर्य ग्रहण का समय था। रूप चौदस के दिन ही देवताओं ने हनुमान जी को अपनी शक्तियां दी थी। इसलिए रूप चौदस के दिन हनुमान जयंती व्रत भी मनाया जाता है।
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