READ MORE: नए वर्ष में उदयपुर में क्या होगा नया, जानें विदेश मंत्रालय के सचिव से हुई विशेष बातचीत के अंश
करेंगे वस्त्र वितरित
40 वर्ष से उदयपुर में व्यवसाय कर रहे तिब्बतियन व्यवसायियों का कहना था कि गरीबी के दिन देखने के बाद अब वे संपन्न हैं। इसी खुशी को ध्यान में रखकर उन्होंने अपनी ओर से जुटाए गए करीब 10 हजार गर्म कपड़े गरीब और असहाय बच्चों को वितरित करने का फैसला किया।
करेंगे वस्त्र वितरित
40 वर्ष से उदयपुर में व्यवसाय कर रहे तिब्बतियन व्यवसायियों का कहना था कि गरीबी के दिन देखने के बाद अब वे संपन्न हैं। इसी खुशी को ध्यान में रखकर उन्होंने अपनी ओर से जुटाए गए करीब 10 हजार गर्म कपड़े गरीब और असहाय बच्चों को वितरित करने का फैसला किया।
महिलाओं से संवाद विकल्प हेल्पलाइन, सपोर्ट सेंटर की ओर से महिलाओं से संवाद किया गया। उदयपुर शहर, मावली और गोगुन्दा की 48 महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम निदेशक उषा चौधरी ने कहा कि महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों का असर समाज पर होता है।
मानवाधिकार जरुरत
निश्रेयस संस्थान की ओर से सुविवि के महर्षी दयानंद सरस्वती गल्र्स हॉस्टल में गोष्ठी हुई। प्रो. सरोज कुमार ने बताया कि मानवाधिकार लोकतान्त्रिक समाज की पहली जरुरत है। डॉ. राजश्री, भुवनेश्वरी, डॉ. सुरेन्द्र जाखड़, डॉ. नवल सिंह राजपूत, सुरेन्द्रसिंह झाला, कंवरपाल सिंह, डॉ. अवनीश नागर, दिव्येश जोशी मौजूद रहे।
मानवाधिकार जरुरत
निश्रेयस संस्थान की ओर से सुविवि के महर्षी दयानंद सरस्वती गल्र्स हॉस्टल में गोष्ठी हुई। प्रो. सरोज कुमार ने बताया कि मानवाधिकार लोकतान्त्रिक समाज की पहली जरुरत है। डॉ. राजश्री, भुवनेश्वरी, डॉ. सुरेन्द्र जाखड़, डॉ. नवल सिंह राजपूत, सुरेन्द्रसिंह झाला, कंवरपाल सिंह, डॉ. अवनीश नागर, दिव्येश जोशी मौजूद रहे।