अवसाद की स्थिति से गुजर रहा 15 से 24 साल की उम्र का हर सातवां युवा
उदयपुरPublished: Oct 10, 2023 11:33:49 pm
भारत में 45.7 मिलियन लोग अवसाद से ग्रसित होकर विकलांगता की जिंदगी जी रहे- 41 प्रतिशत लोग ही मानसिक समस्याओं के लिए लेते हैं सहायता, किशोरों में नकारात्मकता एवं अवसाद को अभिभावकों के लिए मनोवैज्ञानिक तौर पर जानना जरूरी
केस 1. 15 वर्षीय कुणाल (परिवर्तित नाम) ने अवसाद में आकर बुखार की कुछ गोलियां एक साथ खा लीं। 2 दिन आई.सी.यू. में इलाज के बाद उसे मनोचिकित्सा विभाग में रेफर किया गया। चिकित्सक ने कुणाल को एंटीडिप्रेसेंट दवा दी एवं साप्ताहिक साइकोथेरेपी (काउंसलिंग) शुरू की गई। साइकोथेरेपी के दौरान पता चला कि बचपन से ही उसने घर में एक अशांति का माहौल देखा, जिसमें अक्सर माता-पिता का झगड़ा होता था। ऐसे में उसे जिंदगी नकारात्मक लगती थी एवं दिनभर उदासीनता रहती थी।