अभावों से लड़कर आदिवासी क्षेत्र के धनंजय बने राजस्थान के बेस्ट प्लेयर, रीट परीक्षा में पूछा सवाल
उदयपुरPublished: Feb 28, 2023 11:29:18 pm
पिता दृष्टिहीन, भाई मूक-बधिर, सिलाई कर मां ने चलाया गुजारा, बेटे को बनाया फुटबॉलर


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मधुलिका सिंह/उदयपुर. अभावों से गुजरकर और हालातों से लड़ते हुए जो जिंदगी की मुश्किलों का सामना करता है, वही हीरा बनकर चमकता है। उदयपुर के आदिवासी क्षेत्र डूंगरपुर से ताल्लुक रखने वाले धनंजय दर्जी ऐसे ही अभावों से गुजरकर फुटबॉलर बने हैं। दरअसल, धनंजय के पिता कनकमल दर्जी दृष्टिहीन हैं और भाई मृत्युंजय मूक-बधिर, मां गीता सिलाई करके जैसे-तैसे घर का गुजारा चलाती हैं। ऐसे में उसके पास ना तो खेलने के लिए कभी जूते ही थे और ना ही कोई अन्य जरूरी सामान। इसके बावजूद उसने फुटबॉलर बनने का सपना छोड़ा नहीं। आज उनकी मेहनत का नतीजा है कि वह 2 बार राजस्थान के बेस्ट प्लेयर चुने जा चुके हैं। वहीं, राजस्थान की अंडर 14 टीम का नेशनल टूर्नामेंट में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।