—– हर घड़ी संक्रमण से होते हैं दो चार ये नर्स ग्रेड द्वितीय हैं, दोनों हर घड़ी संक्रमण से दो चार हो रहे हैं। लोकेश ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ हीरणमगरी क्षेत्र में रहता है, पहले तो घर वालों को पता चलने पर काफी डर लगा था कि कोरोना वार्ड में कैसे काम करेंगे, लेकिन जब उन्होंने उनकी सुरक्षा की पूरी बात घर बताई तब जाकर उन्हें भी तसल्ली मिल गई। इसी प्रकार टोंक के प्रकाश यहां अकेले रहते हैं, उन्होंने जब अपने माता पिता को बताया था तो वे सब भी अंदर से हिल गए थे, लेकिन अब ये सामान्य हो गया। वे यहां प्रतिदिन आने वाले मरीजों की पूरी स्क्रीनिंग करते हैं, पूरी हिस्ट्री लेते हैं, इसके बाद आगे चिकित्सकों के पास जांच के लिए भेज देते हैं। वह यहां दोपहर दो से रात आठ बजे तक काम कर रहे हैं। मरीज का नाम, पता व एड्रेस सहित पूरी जानकारी ये लिख रहे हैं।