उज्जैन.
शिक्षा के विस्तारीकरण में हर साल कोर्स बढ़ते जा रहे हैं, तो छात्रों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। लेकिन शिक्षकों की संख्या कम होती जा रही है। सेवानिवृत्ती के साथ साल दर साल स्थाई शिक्षकों की संख्या कम होती जा रही है। अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे अधिकांश पाठ्यक्रमों में शिक्षा के स्तर पर सवाल खड़े हो रहे हैं। विक्रम विवि से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में कुल 243 पाठ्यक्रम संचालित हैं, जबकि स्थाई शिक्षकों की संख्या केवल 56 है। छात्रों को पढ़ाने के लिए स्थाई के साथ 103 अतिथि शिक्षक भी लगे हैं। पिछले सत्र में विवि में अध्ययनरत छात्रों की संख्या 4564 थी, जबकि इस सत्र में 13 और नए पाठ्यक्रम शुरू होने से विद्यार्थियों की संख्या का आंकड़ा 6 हजार से अधिक रहेगा। इस सत्र में अभी प्रवेश का दौर जारी है, जिससे विद्यार्थियों की संख्या बढऩे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। लगातार बढ़ रहे विद्यार्थियों के पुख्ता अध्ययन की व्यवस्था में शिक्षकों की कमी रोडा बन रही है, जिसे दूर करने के अब तक प्रयास नाकाफी रहे।
शिक्षा के विस्तारीकरण में हर साल कोर्स बढ़ते जा रहे हैं, तो छात्रों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। लेकिन शिक्षकों की संख्या कम होती जा रही है। सेवानिवृत्ती के साथ साल दर साल स्थाई शिक्षकों की संख्या कम होती जा रही है। अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे अधिकांश पाठ्यक्रमों में शिक्षा के स्तर पर सवाल खड़े हो रहे हैं। विक्रम विवि से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में कुल 243 पाठ्यक्रम संचालित हैं, जबकि स्थाई शिक्षकों की संख्या केवल 56 है। छात्रों को पढ़ाने के लिए स्थाई के साथ 103 अतिथि शिक्षक भी लगे हैं। पिछले सत्र में विवि में अध्ययनरत छात्रों की संख्या 4564 थी, जबकि इस सत्र में 13 और नए पाठ्यक्रम शुरू होने से विद्यार्थियों की संख्या का आंकड़ा 6 हजार से अधिक रहेगा। इस सत्र में अभी प्रवेश का दौर जारी है, जिससे विद्यार्थियों की संख्या बढऩे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। लगातार बढ़ रहे विद्यार्थियों के पुख्ता अध्ययन की व्यवस्था में शिक्षकों की कमी रोडा बन रही है, जिसे दूर करने के अब तक प्रयास नाकाफी रहे।
ऐसे समझें चार वर्षों में विवि की स्थिति
वर्ष कोर्स छात्र स्थाई शिक्षक अतिथि शिक्षक
2019-20 53 1577 63 103
2020-21 210 3245 60 103
2021-22 230 4564 58 103
2022-23 243 प्रवेश जारी है 56 103
रोस्टर तैयार है, लेकिन २७ प्रतिशत ओबीसी के साथ अन्य आरक्षण के कारण भर्ती अटक गई थी। अब इससे निजात मिल चुकी है। रोस्टर सरकार को भजा है, जहां से अनुमति मिलते ही बेकलॉग पर इंटरव्यू शुरू हो जाएंगे। कुछ तकनिकी समस्या से कमी दूर नहीं हो पा रही है, लेकिन जल्द ही नई भर्ती के साथ पदोन्नत होने वाले शिक्षकों से सभी पाठ्यक्रमों में अध्ययन व्यवस्था पहले से और अच्छी हो जाएगी।
–प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय, कुलपति
वर्ष कोर्स छात्र स्थाई शिक्षक अतिथि शिक्षक
2019-20 53 1577 63 103
2020-21 210 3245 60 103
2021-22 230 4564 58 103
2022-23 243 प्रवेश जारी है 56 103
रोस्टर तैयार है, लेकिन २७ प्रतिशत ओबीसी के साथ अन्य आरक्षण के कारण भर्ती अटक गई थी। अब इससे निजात मिल चुकी है। रोस्टर सरकार को भजा है, जहां से अनुमति मिलते ही बेकलॉग पर इंटरव्यू शुरू हो जाएंगे। कुछ तकनिकी समस्या से कमी दूर नहीं हो पा रही है, लेकिन जल्द ही नई भर्ती के साथ पदोन्नत होने वाले शिक्षकों से सभी पाठ्यक्रमों में अध्ययन व्यवस्था पहले से और अच्छी हो जाएगी।
–प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय, कुलपति