इनका कहना
कोरोना संक्रमण के बाद लोगों में आयुर्वेद के प्रति रूझान बढ़ा है। पहले ओपीडी में २००-२५० मरीज प्रतिदिन आते थे अब यह बढक़र ४०० हो गए हैं। आयुर्वेद के प्रति इसलिए भी विश्वास बढ़ा है कि इसमें साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। आयुर्वेद अस्पताल में डायबिटिज, पार्किसन, पैरालिसिस और सामान्य डिलेवरी जैसे मामले में बेहतर रिजल्ट आए हैं।
– डॉ. ओपी शर्मा, अधीक्षक, धन्वंतरि आयुर्वेद अस्पताल