पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। इधर मुख्य मार्ग पर हुई चोरी की इस बड़ी वारदात की जांच के लिए पुलिस ने उज्जैन से फॉरेसिंक विभाग की टीम को नागदा बुलाया था। टीम ने घटनास्थल की बारीकी से जांच कर मौके से फिंगर प्रिंटस लिए है।
चोरी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की हर पहलू की जांच में जुटी है। कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। मामले में एफएसएल टीम को भी बुलाया गया था।
– रवीन्द्र कुमार, मंडी थाना प्रभारी
किसान बोले कंजर समझकर हमें पीटा गया, पुलिस बोली मारपीट नहीं हुई
नागदा. कंजरों का खौब अब खाकी वर्दी पर भी दिखने लगा है। ऐसे ही एक वाक्या शहर से ८ किमी दूर गांव बेरछा में 8 सितंबर की रात को देखने को मिला है। जब नागदा पुलिस ने पांच किसानों को कंजर समझ कर पिटाई कर दी। दरअसल इन सभी किसानों का बैरछा रोड पर खेत है और खेतों में खड़ी फसलों को मवेशियों से बचाने के लिए रात को पहरेदारी कर रहे थे। पुलिस वहां पहुंच गई और कंजर समझ कर किसानों के साथ मारपीट शुरु कर दी। पुलिस ने जिन किसानों के साथ मारपीट की है उनके नाम संतोष, लाखन, इकबाल, रफीक, संजय और राजाराम है। सभी किसान नागदा के चेतनपुरा और बैरछा रोड निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने मारपीट जैसी घटना से इंकार किया है। मंडी थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार का कहना है कि 8 सितंबर की रात 12 बजे के करीब किसी ने पुलिस की 100 डायल टीम को सूचना दी थी की बैरछा मार्ग पर कुछ कंजर है। सूचना पर पुलिस पहुंची थी। रोड पर ३-4 मोटर सायकल खड़ी मिलने पर एक मकान मे बैठे लोगों को पुलिस ने ललकारा था और कंजर होने के शक में सभी को सरेंडर करने को कहा गया था। लेकिन जब उन्होंने असलीयत बताई तो छोड़ दिया गया था।