उज्जैन

एक नई सोच का जन्म, पौधों से होगा भला

एक पौधरोपण ऐसा भी… धार्मिक, फलदार, सेहत और पक्षी का भी हो सकेगा भला, लगेंगे १६ हजार पौधे

उज्जैनJul 16, 2019 / 01:26 am

anil mukati

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उज्जैन. जिले में पौधरोपण को लेकर एक अनूठी पहल की शुरूआत गुरु पुर्णिमा (मंगलवार) से हो रही है। इसमें बड़ी संख्या में पौधे लगाने की बजाय हर गांव में सिर्फ १५ पौधे ही लगाए जाएंगे। ये पौधे धार्र्मिक, फलदार, सेहत व पशु पक्षियों को ध्यान में रखते हुए लगाए जाएंगे। खास बात यह कि इन पौधों को सामाजिक संगठन, आंगनवाड़ी, स्कूल, धार्मिक स्थल के सहयोग से लगाया जाएगा ताकि इनकी देखरेख हो सके। जिले में १०९६ गांव हैं, ऐसे में सभी जगह अगले महीनों में १६४०० पौधे रोपित होंगे। जिला पंचायत की ओर से शुरू किए जा रहे इस पौधरोपण को त्रिवेणी पौधरोपण अभियान नाम दिया गया है। मंगलवार को ग्राम मूंजाखेड़ी से इस अभियान की शुरुआत होगी।
इस तरह हर गांव में लगेंगे १५ पौधे
धार्मिक- धार्मिक महत्व के बड़, नीम व पीपल लगाए जाएंगे। हर गांव में यह तीन पौधे धार्मिक स्थलों पर लगेंगे। इनकी देखरेख भी धार्मिक स्थल से जुड़े लोग या श्रृद्धालु करेंगे। इन पौधे लगाने धर्म के हिसाब पुण्य मिलेगा।
फलदार- आम, जामुन, बेल, इमली व आंवला जैसे पंाच फलदार पौधे लगाए जांएगे। यह पौधे जिला पंचायत, स्कूल व सरकारी कार्यालय के बाहर खाली स्थानों पर लगेंगे। इनकी जिम्मेदारी भी संबंधित कार्यालय के कर्मचारी लेंगे। कार्यालय पर छांव के साथ फल भी उपलब्ध होंगे।
सेहत- हर गांव में पांच सूरजना को पौधा लगाया जाएगा। यह पौधे आंगनवाडी, मध्याह्न भोजन स्थल पर लगाए जाएंगे। इनकी जिम्मेदारी भी इन संस्थाओं के पास रहेगी। सूरजने की फली का बच्चों के भोजन में उपयोग हो सकेगा।
पक्षी- पौधरोपण में हर गांव में दो पौध पक्षियों को ध्यान में रखकर रोपे जाएंगे। यह पौधे गुलर व अन्य होंगे। इन पौधों के फलों से पक्षियों को खाना मिलेगा।
शासकीन धन नहीं लोगों का सहयोग से पौधरोपण
जिला पंचायत के त्रिवेणी पौधरोपण अभियान में किसी तहर का शासकीय धन खर्च नहीं किया जाएगा। जहां यह पौधे लगेंगे वे ही इनकी देखभाल करेेंगे। पौधे भी वन विभाग की नर्सरी से उपलब्ध होंगे। इसके अलावा सामाजिक संगठन व अन्य संस्थाओं की मदद भी ली जाएगी। अभियान में रूपांतरण संस्था की ओर से समन्वय किया जाएगा।
तहसीलों में लगेंगे इतने पौधे
तहसील ग्राम कुल पौधे
उज्जैन १३१ १९६५
घट्टिया १२८ १९२०
महिदपुर २२३ ३३४५
बडऩगर १८६ २७९०
तराना २०९ ३१३५
खाचरौद २१९ ३२८५
इनका कहना
इस बार पौधरोपण बहुत संख्या में नहीं करके हर गांव में सिर्फ १५ पौधे लगाए जाएंगे। इन पौधों को पांच श्रेणी में बांटा है। कम संख्या में होने से इनका ध्यान बेहतर रख सकेंगे। त्रिवेणी वृक्षारोपण के नाम से इस अभियान में पूरे जिले में १६ हजार से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
नीलेश पारिख, सीइओ, जिला पंचायत

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