यह कहानी है बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले मुकेश पिता रामचंद्र लोहार की। वो बिहार से 1400 किमी साइकिल से उज्जैन के नागझिरी थाने पहुंच गया। जब आला अधिकारियों को पता चला तो सभी ने इस युवक के जज्बे का सम्मान किया और हार माला पहनाकर स्वागत किया।
एएसपी रूपेश कुमार दिव्वेदी ने बताया कि मुकेश लोहार पर वर्ष 2014 में मारपीट के एक मामले में माधवनगर थाने में प्रकरण दर्ज था। बाद में यह प्रकरण नागझिरी में नया थाना खुलने पर वहां पहुंच गया। मुकेश के खिलाफ स्थायी वारंट निकला हुआ था।
मुकेश को सूचना दी
पुलिस ने मुकेश का मोबाइल नंबर पता कर उसे सूचना दी। इस पर मुकेश 29 सितंबर को घर से साइकिल लेकर उज्जैन के लिए रवाना हो गया। वो भी कानून का सम्मान करना चाहता था। पैसा नहीं था, इसलिए साइकिल से ही उज्जैन के लिए रवाना हो गया। रास्ते में भूख लगने पर उसने मजदूरी भी की। बुधवार को जब वह साइकिल से थाने पहुंचा तो पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। कानून के प्रति उसके समर्पण को देखते हुए थाने पर ही पुलिसकर्मियों ने पूल माला पहनाकर उसका स्वागत किया।