scriptविद्युत कंपनी की लापरवाही से जान गवां बैठता एक युवक | A young man sitting in the witness of an electric company's negligence | Patrika News

विद्युत कंपनी की लापरवाही से जान गवां बैठता एक युवक

locationउज्जैनPublished: Jun 13, 2018 10:33:55 am

Submitted by:

Lalit Saxena

मप्र पश्चिम विविक की लापरवाही के कारण 11 केवी की बड़ी लाइन का तार टुटकर बीच रास्ते गिरा

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मप्र पश्चिम विविक की लापरवाही के कारण 11 केवी की बड़ी लाइन का तार टुटकर बीच रास्ते गिरा

माकड़ौन. मप्र पश्चिम विविक की लापरवाही के कारण 11 केवी की बड़ी लाइन का तार टुटकर बीच रास्ते गिरा। जिसकी चपेट में मोटर साइकिल सवार आ गया।
विद्युत मंडल का फोन बंद होने से रहवासी लाइन बंद करवाने के लिए होते रहे परेशान। मंगलवार को सुबह 7.45 को 11 केव्ही बड़ी लाइन का तार छापरी मोहल्ला पुलिया पर टूटकर रास्ते पर गिर गया। जहां मोटर साइकिल सवार अखिलेश पिता राधेश्याम सरिया चपेट में आ गया। तार सीधा उसके हाथ पर गिरा। हादसे के कुछ देर बाद ही धर्मेन्द्र ट्रेवल्स की बस उज्जैन के लिए उक्त स्थान पर पहुंची। अगर कुछ सेकंड बाद हादसा होता तो सवारियों से भरी बस चपेट में सकती थी व बड़ा हादसा हो सकता था। वही रहवासियों के अनुसार तार टूटने बाद विद्युत विभाग में फोन लगाया तो किसी ने नहीं उठाया। दूसरी बार लगाने के बाद फोन इंगेज कर लिया। विद्युत मंडल पर पहुंचकर सूचना दी तब बिजली बंद हुई। सूचना विद्युत मंडल के अलावा डीई तराना को भी फोन किया, 11. 30 बजे तक भी कोई जिम्मेदार घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। वहीं 11. 30 के बाद वितरण कंपनी के लाइन हेल्पर पुराना तार लेकर पहुंचे जिस को देखकर रहवासियों ने रोष प्रकट करते हुए डीई को फोन पर अवगत कराया।
जिस पर उक्त अधिकारी ने कहा कि अभी तार जोड़ कर लाइन चालू करवा लो बाद में नया तार लगवा देंगे । उल्लेखनीय है कि माकड़ौन नगर सहित सैकड़ों गांव की विद्युत बिजली माकड़ौन विद्युत मंडल से संचालित होती है। फस्र्ट व सेकंड दो जूनियर इंजीनियर के पद स्वीकृत है, लेकिन दोनों ही पदों पर किसी भी अधिकारी की नियुक्ति नहीं होना तथा प्रभारी के भरोसे सैकड़ों गांव की व्यवस्था व लाइन हेल्परों के भरोसे विद्युत विभाग रह गया है।
दिनांक 10 जून के अंक में पत्रिका ने समाचार मेंटेनेंस के बाद भी गुल हो रही बिजली, घंटो बंद से हो रहे परेशान में कहा था कि मेंटेनेंस के बाद विद्युत तार घरों पर लटक रहे हैं वहीं पुरानी लाइन के तार, दुर्घटनाग्रस्त पोल से कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है, लेकिन शायद विद्युत विभाग को किसी गंभीर हादसे का इंतजार है। बिजली व्यवस्था दोपहर 2 बजे तक बहाल हो सकी।

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