उज्जैन. नए साल के अंतर्गत पूरे वर्षभर में कुल तीन ग्रहण रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार कुल तीन ही ग्रहण का योग बन रहा है। इनमें से भी भारत में केवल एक ही ग्रहण दिखाई देगा, वह रहेगा चंद्रग्रहण। ज्योतिर्विद पं. आनंदशंकर व्यास द्वारा जारी किए गए नववर्ष के कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष कुल तीन ग्रहण का योग बन रहा है।
इनमें दो सूर्य तथा एक चंद्रग्रहण रहेगा। पं. व्यास ने बताया कि कंकणाकृति सूर्यग्रहण फाल्गुन कृष्ण 30 रविवार 26 फरवरी 2017 को होगा। यह भारत में नहीं दिखाई देगा। यह ग्रहण अमेरिका, पेरू, चिली व अफ्रीका आदि देशों में दिखाई देगा। अत: भारत में स्नान-दान आदि का पालन नहीं किया जाएगा।
खग्रास सूर्यग्रहण
भाद्रपद कृष्ण 30 सोमवार 21 अगस्त को होने वाला यह खग्रास सूर्यग्रहण भी भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इस ग्रहण के दृश्य नहीं होने से यहां स्नान-दान आदि कार्य नहीं किए जाएंगे।
चंद्रग्रहण
श्रावण शुक्ल 15 सोमवार 7 अगस्त को होने वाला यह चंद्रग्रहण संपूर्ण भारतवर्ष में दिखाई देगा। यह ग्रहण श्रावण नक्षत्र व मकर राशि में होगा। ग्रहण का स्पर्श रात 10.42 पर तथा रात्रि 10.40 पर मध्य रहेगा और 12.38 बजे मोक्ष होगा।
ग्रहण का राशिगत फल
श्रवण जन्म नक्षत्र व मकर, मिथुन, तुला व कुंभ राशि वालों के लिए विशेष नेष्ट है। वृष, कर्क, कन्या व धनु राशियों के लिए मध्यम एवं मेष, सिंह, वृश्चिक व मीन राशि वालों के लिए शुभ रहेगा।