टीम को खास दस्तावेज नहीं लगे हाथ
अपर आयुक्त जैन के फ्लैट में लोकायुक्त टीम को कोई खास दस्तावेज हाथ नहीं लगे। लिहाजा टीम उन्हें इंदौर लेकर गई, वहां पहले से मौजूद टीम ने इनकी मौजूदगी में करोड़ों की बेनामी संपत्ति के कागजात, नकदी सोना-चांदी और अन्य सामान की पड़ताल की।
इंदौर के गीता भवन क्षेत्र में रहते हैं जैन
इंदौर के गीता भवन क्षेत्र में जैन का आलीशान फ्लैट है। वहीं पर लोकायुक्त की टीम कार्यवाही कर रही है। बैंक खुलने पर उनके लॉकरों की भी चेकिंग की जा रही है। इससे भी कई नकदी, सोना-चांदी व अन्य दस्तावेज मिले हैं। अब तक टीम को करीब 10 करोड़ की संपति होने का पता चला है, शाम तक यह आंकड़ा और बढऩे की संभावना जताई जा रही है। नगर निगम उज्जैन में नवंबर 2014 से अब तक पदस्थ है।
इंदौर में चल रही कार्रवाई
लोकायुक्त टीम सुबह ही रवींद्र जैन को उनके उज्जैन के इंदौर रोड शिवांश एलीजेंस स्थित फ्लैट से लेकर इंदौर के लिए निकल गई थी। फिलहाल कार्रवाई इंदौर में चल रही है। नगर निगम उज्जैन के अधिकारी पर यह दूसरी कार्रवाई है, इससे पहले सहायक यंत्री चंद्रकांत शुक्ला भी रिश्वत लेते ट्रैप हुए थे।
ये थे टीम में शामिल
लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर हितेश पाटिल, आरक्षक इसरार खान, संजय पटेल, संतोष कदम, स्टेनो मोहन मिश्रा, घनश्याम मिश्रा, अशोक खत्री लोकायुक्त टीम ने दी है दबिश।