विक्रम विवि में भी प्रशासनिक काम ठप
विक्रम विवि में भी प्रशासनिक काम ठप है, लेकिन शुक्रवार को परीक्षा विभाग में कुछ कर्मचारी काम कर रहे थे। एेसी सूचना मिलने पर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी एकजुट होकर उपकुलसचिव अनिल शर्मा के कक्ष में पहुंच गए। इस दौरान कर्मचारियों में बहसबाजी शुरू हो गई। परीक्षा विभाग के मनोज बड़ोदिया और राजकुमार चौहान पर कर्मचारियों ने पैसा लेकर काम करने तक के आरोप लगा दिए। उन्होंने काम नहीं करने की बात कही। इस पर अन्य लोगों ने कहा कि काम नहीं करना है तो टेबल पर बैठे ही क्यों है। इसके बाद उन दोनों को भी बाहर प्रदर्शन स्थल पर ले गए।
प्रदेश के आठ विश्वविद्यालय के कर्मचारी कार्य के बहिष्कार पर
प्रदेश के आठ विश्वविद्यालय के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर कार्य के बहिष्कार पर हैं। तीन दिन से कर्मचारियों ने प्रशासनिक काम ठप कर रखा है। प्रदेश महासंघ के पदाधिकारियों की उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारियों से चर्चा भी हो चुकी है। इसके बाद दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को स्थाई कर्मी का दर्जा देने और सातवें वेतनमान की मांग का समाधान के प्रयास शुरू हुए हैं। शासन बिना किसी वित्तीय भार को वहन किए मांग पूरी करने के पक्ष में है। एेसे में कर्मचारियों के वेतन का भार विश्वविद्यालय को उठाना पड़ेगा। दूसरी तरफ प्रदेश के विश्वविद्यालय वित्तीय भार को वहन करने के लिए तैयार हो चुके हैं। हालांकि विक्रम विवि के अधिकारी इसके पक्ष में कम ही नजर आए, क्योंकि विवि की आर्थिक स्थिति खराब है, लेकिन प्रदेश में हुए निर्णय के साथ ही विक्रम को भी खड़ा होना पड़ा है।
महिला कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
विक्रम विवि में प्रदर्शन के दौरान महिला कर्मचारियों की भी सक्रियता है। शुक्रवार को महिला कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी के साथ प्रदर्शन में दम भरा और अपनी मांगों को दोहराया। इस दौरान संघ से जुड़ी सरस्वती चौहान, करूणा अवस्थी, गरिमा चौबे, अंजलि खुले, पूजा इसरानी, भारती पखले, मनीषा जोशी आदि उपस्थित रहीं।
विभाग के पोर्टल से विश्वविद्यालय यूटीडी में एडमिशन
उज्जैन. विक्रम सहित प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालय में एडमिशन की प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। अब विश्वविद्यालय के यूटीडी (अध्ययनशाला) के पाठ्यक्रम में भी प्रवेश की प्रक्रिया केंद्रीयकृत होगी और उच्च शिक्षा विभाग के ई-प्रवेश पार्टल के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय को नोडल अधिकारी नियुक्ति कर आगामी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।
मध्यप्रदेश विश्वविद्यालय समन्वय समिति की बैठक में छात्र हित मेंं विश्वविद्यालय यूटीडी में प्रवेश प्रक्रिया ई-पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन काउंसलिग से देने का निर्णय हुआ। प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग के पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन स्वीकार होते हैं। इसमें विद्यार्थी अपने पंसदीदा कॉलेज और पाठ्यक्रम की च्वाइस देता है। विद्यार्थियों की च्वाइस के आधार और मेरिट के आधार पर प्रवेश सूची जारी होती है। रिक्त सीट के लिए अगले चरण में समान प्रक्रिया होती है।
तीन तरह से होते हैं यूटीडी में प्रवेश
विक्रम विश्वविद्यालय सहित अन्य विवि की यूटीडी में संचालित पाठ्यक्रम में तीन तरह से प्रवेश होते हैं। इसमें परंपरागत पाठ्यक्रमों में प्राप्त आवेदक की मेरिट तैयार होती है और सूची जारी कर दी जाती है। इसके अतिरिक्त व्यवसायिक पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है। इस परीक्षा में प्राप्तांक के आधार पर प्रवेश होता है। एमबीए, बीई के पाठ्यक्रम में तकनीकी विभाग की प्रवेश प्रक्रिया के तहत विद्यार्थियों को प्रवेश आवंटित होते हैं।