उज्जैनPublished: Nov 30, 2017 06:48:06 pm
Gopal Bajpai
माधव कॉलेज में हुई बैठक, गुटबाजी और विवाद के साथ सोशल मीडिया वार
माधव कॉलेज में हुई बैठक, गुटबाजी और विवाद के साथ सोशल मीडिया वार
उज्जैन. कॉलेजों में छात्रसंघ निर्वाचन प्रक्रिया के बाद विद्यार्थियों की आपसी लड़ाई और गुटबाजी के साथ छात्र संगठनों में घमासान मच गया। गुटबाजी से सबसे ज्यादा प्रभावित एनएसयूआई है, जो कई कॉलेजों में अपने ही लोगों की दगाबाजी के कारण जीत का स्वाद नहीं चख पाई। अब परिणाम खिलाफ आने के बाद एनएसयूआई के सभी गुट एक-दूसरे पर सोशल मीडिया पर हमला कर रहे हैं। बुधवार को जिला एनएसयूआई ने माधव कॉलेज में एक बैठक आयोजित की। इसमें प्रदेश प्रवक्ता आयुष शुक्ला के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर दिया। बता दें कि फ्यूचर विजन कॉलेज में एनएसयूआई एक वोट से हारी। यहां पर आयुष ने संगठन के खिलाफ प्रत्याशी उतार दिया था। जो तीन वोट ही हासिल कर सका। इसके बाद पूरा संगठन इसके खिलाफ हो गया।
सबसे ज्यादा निशाने पर छात्रसेना गुट
छात्रसंघ चुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस के दर्जनों पैनल मैदान में उतर आए। इसमें एनएसयूआई के अलावा आनंदेश्वरी, विद्यार्थी यूनियन, विद्यार्थी पैनल, दिशा, छात्रसेना आदि शामिल हैं। इधर, एबीवीपी के समर्थन में संघ और युवा मोर्चा खुलकर काम रहा था। विधायक, पार्षद भी परिषद की बैठकों में शामिल हो रहे थे। इसके बाद एनएसयूआई में गुटबाजी खत्म करने की मांग उठी। प्रदेश नेतृत्व ने भी सीधा निर्देश दिया। वरिष्ठ नेताओं ने हस्तक्षेप शुरू किया तो माधव कॉलेज में सभी पैनल एकजुट होकर चुनाव लड़े, लेकिन अन्य कॉलेजों में पूरी तरह से एनएसयूआई का ही नेतृत्व रहा। एनएसयूआई को युकां के नेता प्रतीक जैन, सुदर्शन गोयल, संचित शर्मा, बबलू खिंची मदद कर रहे हैं, लेकिन एनएसयूआई का एक खेमा आयुष शुक्ला के नेतृत्व में चुनाव में बना रहा। कई जगह इस खेमेबाजी ने एनएसयूआई को नुकसान पहुंचा दिया। आयुष शुक्ला पूर्व विधायक राजेंद्र भारती गुट से जुड़ा है।
सोशल मीडिया पर वार जारी
छात्रसंघ चुनाव के दौरान सोशल मीडिया वार शुरू हो गया। एनएसयूआई के प्रदेश महामंत्री प्रीतेश शर्मा और जिलाध्यक्ष अंबर माथुर सहित अन्य कार्यकर्ता ने आयुष को संगठन से बाहर करने की मांग उठाई है। दूसरी तरफ से आयुष और अन्य ने बचाव व अन्य पर हमला शुरू कर दिया है। दोनों गुट एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं।
राष्ट्रवादी की पोस्ट डाली… व्यक्तिगत फोटो डाल दिए
सोशल वार से एबीवीपी भी जूझ रही है। एबीवीपी ने एनएसयूआई की हार पर राष्ट्रवाद की जीत और भगवा लहराने की पोस्ट डाली तो एनएसयूआई एबीवीपी की मारपीट के वीडियो फुटेज ले आए। हद तो तब हो गई जब एक एबीवीपी कार्यकर्ता की व्यक्तिगत फोटो लोगों को मैसेज कर दी गई। इसमें वह छात्राओं के साथ मौजूद है। हालांकि फोटो में ज्यादा कुछ आपत्तिजनक नहीं है, लेकिन कॉलेज की मर्यादा के अनुकूल भी नहीं है।