उज्जैन

बेखौफ थे खतरनाक कैमिकल टैंकरों के मालिक, अब नाम उजागर

खतरनाक वेस्ट रसायन ढोलने वाले ट्रांसपोटज़्रों एवं टैंकर मालिकों के खिलाफ अब शहर के अन्य ट्रांसपोटज़्रों ने मोचाज़् खोल दिया है।

उज्जैनJul 15, 2018 / 08:47 pm

Lalit Saxena

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नागदा. शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में खतरनाक वेस्ट रसायन ढोलने वाले ट्रांसपोटज़्रों एवं टैंकर मालिकों के खिलाफ अब शहर के अन्य ट्रांसपोटज़्रों ने मोचाज़् खोल दिया है। स्थानीय उद्योगों में केमिकल व अन्य माल का परिवहन करने वाले ट्रांसपोटज़्रों ने पुलिस एवं प्रदूषण विभाग को पत्र लिखकर ऐसे ट्रांसपोटज़्रों के नाम व टैंकरों के नंबर उजागर किए है। जो लंबे समय से अन्य शहरों से वेस्ट रसायन लाकर शहर के नदी-नालों व खाली पड़ी जमीन पर ढोलने का काम करते है। मामले में प्रदूषण विभाग ने अब तक कोई कारज़्वाई नहीं की।


ट्रांसपोटज़्र पवन इंटरप्राइजेस के हरिश माहेश्वरी, गोल्डन केमिकल के गुलजारीलाल त्रिवेदी सहित अन्य ने बताया कि क्षेत्र के ट्रांसपोटज़्रों ने 6 जुलाई को ही पत्र लिखकर पुलिस एवं प्रदूषण विभाग को दोषी व्यक्तियों के नामों एवं टैंकरों के नंबरों की जानकारी दे दी गई थी। लेकिन एक सप्ताह बाद भी विभाग एवं पुलिस प्रशासन ने दोषी ट्रांसपोटज़्रों से पूछताछ या कायज़्वाही शुरू नहीं की है।

नाम उजागर करने की कही थी बात
बायपास रोड स्थित गंदे नाले में वेस्ट एसिड ढोलने की घटना सामने आने के बाद शहर में इस बात की चचाज़् जोरों से थी कि स्थानीय केमिकल उद्योगों द्वारा खतरनाक रसायन को नाले में बहाकर पयाज़्वरण एवं मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। स्थानीय केमिकल उद्योगों की छवि को नुकसान पहुंच रहा था। इन सब कारणों को देखते हुए लैंक्सेस उद्योग के एक्जुकेटीव क डायरेक्टर निलांजन बैनजीज़् ने 5 जुलाई को नागदा आकर उन ट्रांसपोटज़्रों की बैठक ली, जो लैंक्सेस, एचसीएल व अन्य रासायनिक पदाथोज़्ं का परिवहन करते है। बैनजीज़् ने ट्रांसपोटज़्रों को हिदायत दी थी, कि यदि कोई भी ट्रांसपोटज़्र गलत तरीके से रसायनों को ढोलता है, तो उनके नाम सावज़्जनिक किया जाए।

तीन ट्रांसपोटज़् कंपनी के खिलाफ पुलिस कर चुकी है एफआइआर
मामले में नागदा पुलिस श्रीबालाजी केमिकल्स इंडस्ट्रीज, साहिल केमिकल्स एवं मुंबई की रालब्रो इस्पात गेलवे नाइजसज़् प्रा.लि मुंबई के खिलाफ नागदा निवासी अशफाक नामक व्यक्ति की शिकायत पर धोखाधड़ी का प्रकरण दजज़् कर चुकी है। शिकायतकताज़् ने नागदा थाने में शिकायत दजज़् थी कि तीनों कंपनी के संचालक अपनी कंपनी के संचालित करने के लिए जो जीएसटी नंबर का उपयोग कर रहे है, वह वो नंबर उनकी फमज़् मेससज़् इंफोटेक इंजीनियसज़् की है। जांच में पता चला था, कि तीनों ट्रांसपोटज़् कंपनी फजीज़् जीएसटी नंबर के अलावा बंद पड़ी श्री बालाजी केमिकल्स इंडस्ट्रीज की बिल्टी का उपयोग कर वेस्ट एसिड ढोलने का काम बड़े पैमाने पर कर रहे हैं।

मेघनगर से लाते हैं एसिड
पत्र में खुलासा हुआ है कि जिस वेस्ट एसिड के मिलने से चंबल नदी का पानी गुलाबी रंग का हो गया था। उक्त एसिड मेघनगर स्थित कृष्णा फास्फेट, टीएम, योगेश बुकी, पनोली आदि केमिकल इंडस्ट्रीज का है। शहर के कुछ ट्रांसपोटज़्रों द्वारा इन उद्योगों से वेस्ट एसिड जो रेमकी, पीथमपुर व अंकलेश्वर स्थित प्लांट में नष्ट करना होता है। उसे वहां नहीं ले जाकर शहर के नदी-नालों व अन्य खाली स्थानों पर ढोलकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।

यह वो ट्रांसपोटज़्र जो चंबल में घोल रहे जहर
पत्र में जिन ट्रांसपोटज़्रों के नाम लिखे गए है। उनमें दिनेश शमाज़्, मंजित सलूजा, कमल गोखले, रमेश गुप्ता, आनंद शुक्ला, अवधेश सिंह, श्रीकृष्णा केमिकल एवं मालवा ट्रांसपोटज़् का नाम शामिल है।

इन टैंकरों से आता है जहरीला रसायन
ट्रांसपोटज़्रों ने अपनी चिट्टी में उन ट्रैंकरों के नंबरों का खुलासा कर दिया है। जिससे पयाज़्वरण को दूषित करने का कारोबार किया जा रहा है। ट्रांसपोटरों ने ऐसे 14 टेंकरों के नंबर पुलिस व प्रदूषण विभाग को उपलब्ध कराए है। जो इस प्रकार है, एमएच-18बीजी 0856, एमएच 18 बीजी 0467, एमएच 18 बीजी 0468, एमएच 09 एचएच 9599, एमपी-09 एचएफ 0088, एमएच 09 एचएफ 9029, एमपी-09 एचएफ4300, एमएच-18 बीजी 1518, एमएच-18 बीजी 1513, एमएच-18 बीजी 1519, एमएच-09 एचजी 09 एचजी 2333, एमपी-13 एचओ 366, एमपी-13 जीए 4082 उपरोक्त सभी टैंकर शमाज़् रोड लाइनस नागदा के नाम पर संचालित किए जा रहे हैं।

वेस्ट एसिड नदी व नालों में ढोले जाने की शिकायत ट्रांसपोटज़्रों एसोसिएशन द्वारा प्राप्त हुई है। मामले को रुचि पूवज़् संज्ञान में लेते हुए कारज़्वाई की जाएगी।
अजय वमाज़्, टीआइ, मंडी थाना

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