scriptझोले में किसान एेसा क्या लाया, जिसे देख सबकी हवाइयां उड़ गईं | Aged farmer carrying kerosene in Jansunewai | Patrika News

झोले में किसान एेसा क्या लाया, जिसे देख सबकी हवाइयां उड़ गईं

locationउज्जैनPublished: Jul 04, 2018 11:28:04 am

Submitted by:

Gopal Bajpai

जनसुनवाई में केरोसिन लेकर पहुंचा वृद्ध किसान, अधिकारी ने लौटाया तो बाहर निकल खुद पर छिड़कने का प्रयास किया

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उज्जैन. जनसुनवाई से हताश होकर फिर एक पीडि़त ने भरी जनसुनवाई में आत्महत्या का प्रयास किया है। कई मंचों पर शिकायत कर थक चुके पीडि़त किसान अधिकारियों को केरोसिन से भरी बोतल दिखाते हुए आत्मदाह की चेतावनी दी। अधिकारियों ने समझाइश देते हुए लौटाया तो किसान ने बाहर निकल, स्वयं पर केरोसिन छिड़कने का प्रयास किया। हालांकि मौजूद सुरक्षाकर्मी ने तत्काल किसान का हाथ पकड़ केरोसिन की बोतल छीन ली।

मंगलवार को बृहस्पति भवन में हुई जनसुनवाई में केरोसिन से भरी बोतल लेकर पहुंचे ग्राम असलावदा निवासी किसान मांगीलाल यादव ने बताया, उनके पड़ोस के खेत में पानी की निकासी रोक दी गई है। इससे बारिश में पानी उनके खेत में जमा हो जाएगा और पूरी फसल सड़ जाएगी। तहसील कार्यालय सहित अन्य जगह वह कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। हताश किसान ने जनसुनवाई में अधिकारियों को झोले से निकालकर केरोसिन से भरी बोतल भी दिखाई और आत्मदाह की चेतावनी दी। इस पर अधिकारी ने उन्हें समझाइश और कार्रवाई का आश्वासन देकर लौटा दिया। बाहर निकलकर मांगीलाल ने फिर अपनी समस्या बताते हुए केरोसिन की बोतल निकाल ली और स्वयं पर उढ़लने का प्रयास किया। इससे वहां हंगामा मच गया और सब सकते में आ गए। पहले उनके साथ आई महिला परिजन ने उन्हें रोका फिर सुरक्षाकर्मी ने बोतल छीनली। इस खींचतान में कुछ केरोसिन किसान सहित महिला व सुरक्षाकर्मी पर भी ढुल गया। हालांकि बाद में किसान का आक्रोश शांत कर उन्हें रवाना कर दिया गया। अन्य मामले में भी जनसुनवाई को लेकर एक किसान ने जमकर हंगामा किया। दरअसल ग्राम सामेनरा निवासी दुल्जी ने ७ बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर परेशान हैं और पूर्व में कई बार शिकायत कर चुके हैं। मंगलवार को वे फिर शिकायत करने जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने अपनी जमीन पर अमृत व लक्ष्मीनारायण द्वारा कब्जा करने की शिकायत करते हुए हंगामा कर दिया। अधिकारियों ने पुलिस को बुलाकर वृद्धि किसान को बाहर करवाया लेकिन दुलजी ने वहां भी हंगामा जारी रखा और जमीन पर लेट गया। बमुश्किल किसान को समझाकर मामला शांत किया गया।

अन्य किसान ने भी किया हंगामा

कई बार शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होने को लेकर एक अन्य किसान ने भी जनसुनवाई में जमकर हंगामा किया। ग्राम सामेनरा दुलजी अपनी ७ बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर परेशान हैं। मंगलवार को जनसुनवाई में उन्होंने अमृत व लक्ष्मीनाराण पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए जोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। किसान द्वारा हंगामा करने पर अधिक्रारी भी हतप्रद रह गए। पुलिसकर्मिर्यों को बुलाकर किसान को बाहर निकलवाया गया। यहां भी किसान जमीन पर लेट गया और हंगामा जारी रखा। बाद में समझाइश देकर मामला शांत किया गया।
जनसुनवाई से पहले भी टूटा सब्र

बार-बार शिकायतों के बावजूद सुनवाई नहीं होने से जनसुनवाई में किसी आवेदक के सब्र का बांध टूटने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी जनसुनवाई में कई बार पीडि़तों को अपनी पीड़ा जिम्मेदारों तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाना पड़े हैं।
– 15 मई को तराना सामानोरा निवासी धुलाजी अधिकारियों के सामने फफक फफक कर रो पड़े थे। वह अपनी जमीन का नामांतरण करवाने के लिए पाचं वर्ष से आवेदन दे-देकर थक चुके थे।

-15 मई को ही ग्राम नंबोरिया के हेमराज ने सुनवाई नहीं होने के कारण झोले से कीटनाशकर की बोतल निकालकर जान देने की धमकी दे डाली थी।

-21 मार्च को भैसलाखुर्द निवासी मुकेश ने घर के पहुंच मार्ग पर अतिक्रमण होने से परेशान होकर जनसुनवाई में अपने साथ पत्नी व बच्ची पर केरोसिन उढ़ेल आत्मदाह का प्रयास किया था।

 

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