मप्र संस्कृति विभाग द्वारा शैव महोत्सव का आयोजन
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति और मप्र संस्कृति विभाग द्वारा शैव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शैव महोत्सव की सूचना धर्माचार्यों, विद्वान, संत-महात्माओं और धर्म संस्थाओं को देने के साथ ही आमंत्रण भी दिए जा रहे हैं, लेकिन सनातन धर्म के १३ अखाड़ों उपेक्षा की है। आयोजकों ने १३ अखाड़ों को न तो महोत्सव की जानकारी दी है और ना ही अभी तक अखाड़ा प्रमुखों को इसके निमंत्रण मिले हैं। खास बात यह है कि धर्म के अनेक आयोजनों के साथ-साथ कुंभ/सिंहस्थ जैसे आयोजन में १३ अखाड़ों को विशेष महत्व दिया जाता है,पर शैव महोत्सव को लेकर आयोजन समिति की ओर से अभी तक अखाडों को इसकी सूचना नहीं दी गई है।
समितियों की बैठक
शैव महोत्सव व्यापक तैयारियां की जा रही है। इस क्रम में गठित 17 उप समितियों को दायित्व सौप दिए हैं। मंगलवार को समितियों के प्रभारियों की बैठक आयोजित कर तैयारियों समीक्षा की गई। उप समितियों के प्रभारियों और सदस्यों से कहा गया कि सभी दायित्वों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ कर महोत्सव को सफल बनाए।
पांच प्रांतों के व्यंजन परोसे जाएंगे
शैव महोत्सव के दौरान तीन दिन के आयोजन में मेहमानों को सुबह-शाम के भोजन में पांच राज्यों के अलग-अलग व्यजंन परोसे जाएंगे। समिति द्वारा ३००० लोगों के भोजन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा आयोजन के दौरान पूरे समय मेहमानों को गर्म दूध भी दिया जाएगा। इसके लिए दूध संघ को प्रतिदिन २ हजार लीटर दूध प्रदाय करने का ऑर्डर दिया जाएगा।
आमंत्रण नहीं मिला
अवंतिका नगरी में एक धार्मिक आयोजन शैव महोत्सव हो रहा है, इसकी जानकारी हमें नहीं है। अभी तक कोई आमंत्रण भी नहीं मिला है।
नरेंद्रगिरि महाराज, अध्यक्ष अभा. अखाड़ा परिषद
कुछ दिनों पहले तक मैं ४-५ दिनों के लिए उज्जैन होकर गुजरात आया हूं। मुझे किसी ने भी नहीं बताया कि शैव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसकी सूचना और आमंत्रण नहीं मिला है।
हरिगिरि महाराज, महासचिव अभा. अखाड़ा परिषद