पशु मालिकों को अपने मवेशी शहर से बाहर ले जाने की चेतावनी के बाद अब निगम ने एक बार फिर शहर में बने पशु बाड़ों को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की है। निगम अमला दल बल के साथ सुबह पशु बाड़ों को तोडऩे के लिए निकला। कार्रवाई देवासरोड स्थित इस्कॉन मंदिर के नजदीक बने दो पशु बाड़ों से की गई। निगम अधिकारियों के अनुसार यहां आशु डागर व प्रेम पटेल के पशु बाड़े बने हुए थे। निगम ने एक के बाद एक दोनों पशु बाड़ों को जेसीबी से गिराया। इस दौरान पशु मालिकों ने कार्रवाई को लेकर कोई हस्तक्षेप नहीं किया। इसके बाद इंदौर रोड नानाखेड़ा के नजदीक स्थित लवकुश कॉलोनी में भी टीन शेड से आशु डागर ने बाड़ा बना रखा था, जिसे हटाया गया। इसके अलावा अन्य स्थानों से भी बाड़े हटाए गए। तोड़े गए बाड़ों में से किसी में भी पशु नहीं थे। कार्रवाई के दौरान कहीं भी निगम अमले को कड़े विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। र्कारवाई के दौरान निगम स्वास्थ्य अधिकारी धीरज मैना, पशु गैंग प्रभारी अधिकारी विक्रम सिंह पंड्या, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक पुरुषोत्तम दुबे, गैंग प्रभारी बंधन बाली, विकास शिंदे, सुनील भेरवे, लखन परिहार आदि मौजूद थे।
पशु मालिक ने हटाया बाड़ा
नानाखेड़ा के नजदीक न्यू अशोकनगर में बाबू यादव का पशु बाड़ा था। टीम बाड़े को हटाने मौके पर पहुंची तो पशु मालिक ने ही स्वयं बाड़ा हटाना शुरू कर दिया। यह बाड़ा भी टीन शेड से बना हुआ था। इंदौर रोड साईंनाथ कॉलोनी में गोविंद भाजीलाल द्वारा घरों के बीच पशु बाड़ा बना रखा था। निगम टीम ने यहां भी संकरी गली में पहुंच जेसीबी से बाड़ा तोड़ा। नजदीक ही साकेतनगर में पप्पू पाल का पशु बाड़ा होने की सूचना थी। निगम टीम मौके पर पहुंची तो बाड़े से जुड़े लोगों ने बताया कि उन्होंने यहां से बाड़ा हटा लिया है और स्वयं के रहने के लिए उक्त स्थान का उपयोग कर रहे हैं। अधिकारियों ने पशु नहीं रखने की समझाइश दी, जिसके बाद गैंग लौट गई।
दोबारा शुरू किए तो मालिक पर कार्रवाइ
निगम ने पशु बाड़े तोडऩे के साथ ही संबंधित पशु मालिकों को दोबारा बाड़े शुरू नहीं करने की चेतावनी दी है। निगम अधिकारियों ने पशु मालिकों को दो टूक कहा कि यदि इसके बाद फिर पशु बाड़ा बनाया तो सामग्री जब्त करने के साथ ही पशु मालिकों के खिलाफ भी सीधी कार्रवाई की जाएगी। एक-दो जगह तो पशु मालिकों ने ही आगे आते हुए कहा कि, हम अपने पशुओं की व्यवस्था कर चुके हैं और दोबारा उन्हें यहां नहीं रखेंगे, चाहे तो निगम लिखित में हम से यह बात ले ले।
पशु नहीं, फिर भी क्षेत्र में बदबू
निगम ने जिन पशु बाड़ों को निशाना बनाया, उनमें से एक में भी मवेशी नहीं थे। इसके बावजूद बाड़ों के कारण क्षेत्र में गोबर आदि की खासी बदबू आ रही थी। कुछ बाड़ों को तोड़ा तो वहां बड़ी मात्रा में गोबर जमा मिला। इसी तरह कहीं चारा-खली रखने के स्टैंड तो कहीं कंडे आदि रखे थे। बाड़े तोडऩे के लिए निगम का अमला जहां भी पहुंचा, कार्रवाई देखने कई रहवासी घरों से बाहर आ गए।