विवि में आयोजित कार्यपरिषद की बैठक में अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग व संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरसी जाटवा, डॉ. एच.पी.सिंह, डॉ. बी.के. मेहता, प्रो. राजाराम यादव, आशुतोष दुबे, सुनील कुमार, सुरेन्द्र गांधी, अमृता सोलंकी व ं कुलसचिव डॉ. डी.के. बग्गा शामिल हुए। बैठक में विवि में नव निर्माण को स्वीकृति मिली। इसमें 125 करोड़ रूपए से बनने वाले हॉस्टल शामिल है। इसी के साथ स्थाई कर्मचारियों को वेतन व 142 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिए जाने, पीएचडी की डिग्री की अधिसूचना व डिग्री पर निर्णय हुआ।
19 को होगा भूमिपूजन
विक्रम विवि में नव निर्माण कार्य का भूमिपूजन 19 दिसंबर को करने की तैयारी शुरू हुई। विवि में अभी तक कुलपति ही भूमिपूजन करते आए है, लेकिन सत्ता परितर्वन के साथ कांग्रेस से जुड़े जनप्रतिनिधियों को बुलाने का निर्णय जा सकता है। हालांकि अभी नाम तय नहीं हुए है, लेकिन उज्जैन जिले के विधायक में से किसी को बुलाया जा सकता है। ग्रामीण के जनप्रतिनिधि के विवि अधिकारी से संबंध है। वह शहर की राजनीति में सक्रिय होना चाहते है। यह शुभारंभ विवि भूमिपूजन से हो सकता है। साथ ही नए उच्च शिक्षा मंत्री को भी आमंत्रण भेजा जाएगा।
न्यायालय के स्टे अतिथि शिक्षकों
विक्रम विवि में अतिथि शिक्षकों का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। विवि प्रशासन ने संविदा और अतिथि विद्वान पद के लिए विज्ञापन जारी किया। विज्ञापन पर केविएट लिया, लेकिन अतिथि विद्वान खुद को हटाए जाने के स्टे ले आएं। अब विवि प्रशासन उक्त अतिथि विद्वानों को नहीं हटाने का निर्णय लिया। हालांकि इन्हें नवीन वेतन नहीं दिया जाएगा। विवि के कुछ अतिथि विद्वान नए वेतन के लिए न्यायालय से आदेश ले आए है।