उज्जैन/बडऩगर. स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व शिक्षा मंत्री की
स्मृति में बनाया गया उद्यान देखरेख और लापरवाही के चलते जीर्णशीर्ण होकर
दुर्दशा का शिकार हो गया है। लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए बालोद्यान में
चारों ओर गंदगी का साम्राज्य है। चारों ओर अतिक्रमण हो गया है। नगर पालिका
की अनदेखी और लापरवाही से एक सौगात अपने हाल पर आंसू बहा रही है।
बालोद्यान
का निर्माण स्वतंत्रता सेनानी कन्हैयालाल मेहता की स्मृति में करीब 13 साल
पूर्व रेलवे स्टेशन चौराहे पर तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष उमा दवे ने
कराया था। इसका शुभारंभ तत्कालीन मंत्री शिवनारायण जागीरदार व राजनीतिक
पदाधिकारियों ने पौधरोपण कर किया था। नपा अधिकारियों व जनप्रतिनिधि ने
स्वतंत्रता सेनानी की याद को संजोए रखने में कोई रुचि नहीं दिखाई। नतीजा यह
रहा कि यहां अब लगता ही नहीं कि उद्यान भी है। जिसमें पेड़-पौधे होना
चाहिए, वहां गंदगी का आलम है। लोगों ने अतिक्रमण कर झोपडिय़ां बना ली हैं।
बाल उद्यान बने 13 वर्ष होने आए हैं, लेकिन किसी ने भी इसके विकास को लेकर
कोई रुचि नहीं दिखाई।
वो भी एक समय था
वो
भी एक समय था कि जब मेहता के हजारों चाहने वाले थे। राजनीतिक व सामाजिक
स्तर पर मेहता एक मिसाल थे। समय के साथ इन्हीं चाहने वालों ने भी उन्हें
भुला दिया। मेहता के निधन के बाद पुण्यतिथि व जयंती पर लगातार चार वर्ष तक
आयोजन किए गए। इसके बाद वह भी बंद हो गए। उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस भी
उन्हें भूलती नजर आ रही है। शुक्रवार 16 अक्टूबर को उनका स्मरण दिवस है।