गुरुवार को जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने गंभीर नदी पर विधिवत निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। परियोजना के निर्माण से 315 हेक्टेयर क्षेत्र में आसपास के ग्रामीण अपने खेतों में सिंचाई भी कर सकेंगे। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री सिलावट ने ग्रामिणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवर्तन की बुनियाद शिक्षा होती है। मंत्री यादव ने कहा कि उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का अन्तिम ग्राम रमजानखेड़ी पहुंचने के लिए सांवेर विधानसभा क्षेत्र व देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव होते हुए आना पड़ता था। बैराज के बन जाने से क्षेत्रवासियों को अब लंबा रास्ता न चलते हुए सीधे अपने गन्तव्य की ओर पहुंच सकेंगे। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को बैराज का कार्य उच्च गुणवत्तापूर्ण करने के निर्देश दिए। मंत्रियों ने आने वाली प्रायवेट जमीन देने वाले कृषक बालूसिंह आंजना व भरत आंजना को सम्मानित किया।
84 मिलीयन घन मीटर पानी एकत्रित होगा
परियोजना से ८४ मिलीयन घन मीटर पानी जमा होगा। इससे जलस्तर बढ़ेगा, वहीं आसपास के किसानों को खेती में सिंचाई, पीने के पानी की व्यवस्था व पशुओं को पानी आसानी से मिल सकेगा। जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री ने बताया उज्जैन तहसील अन्तर्गत मुख्यालय से 35 किमी की दूरी पर रमजानखेड़ी ग्राम के निकट जल संसाधन विभाग द्वारा गंभीर नदी पर बैराज कम काजवे परियोजना का निर्माण होगा। रमजाखेड़ी कम काजवे योजना अन्तर्गत 54.67 मीटर लम्बाई के बैराज सहित कुल 183.06 मीटर के बैराज कम काजवे का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। बैराज की अधिकतम ऊंचाई पांच मीटर व टॉप पर छह मीटर चौड़ाई में सीसी रोड का निर्माण किया जायेगा। योजना अन्तर्गत आठ नग गेट 1.80 मीटर गुणा 3.50 मीटर के लगाए जाएंगे। योजना का अनुबंध 452 लाख का नईदिल्ली की एजेन्सी मेसर्स गोपी कॉन्ट्रेक्ट को प्राप्त हुआ है।
कार्य की समय सीमा तय की
कार्यक्रम में मंत्री यादव ने निर्माण कार्य की समय-सीमा भी निर्धारित कर 90 दिन के बाद कार्य पूरा होने पर दोनों मंत्रियों के द्वारा लोकार्पण का कार्यक्रम रखा जाएगा। समय-सीमा में कार्य पूर्ण होने पर अधिकारियों व निर्माण एजेंसी को ग्रामीणों के बीच सम्मानित भी किया जाएगा।