उज्जैनPublished: Jan 20, 2020 11:25:19 pm
Mukesh Malavat
प्रशासन ने बस संचालकों की ली बैठक, लिया निर्णय
प्रशासन ने बस संचालकों की ली बैठक, लिया निर्णय
नागदा. एक साल से बसों के स्टापेज को लेकर चली आ रही जद्दोजहद को प्रशासन ने बस संचालकों की बैठक बुलाकार रास्ता निकाल लिया है। एक बार फिर बसों के संचालन में बदलाव किया गया है, जिसका पालन बस ऑपरेटरों से 22 जनवरी से कराया जाएगा। वहीं शहर में निर्धारित समय में बाहरी वाहनों का भी प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
सोमवार को एसडीएम आशुतोष गोस्वामी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं बस संचालकों के बीच सर्किट हाउस में बैठक हुई। इसमें कई निर्णय हुए। स्पष्ट कर दिया कि 22 जनवरी से नवीन राजा जन्मेजय बस स्टैंड पर सभी बसों का स्टॉपेज अनिवार्य है। पुराने स्टैंड पर मात्र पांच मिनट स्टॉपेज रहेगा। नियम का पालन नहीं करने वाले बस चालकों एवं कंडेक्टर से पुलिस सख्ती से निपटेगी। इतना ही नहीं चालानी कार्रवाई के लिए भी पुलिस को स्वतंत्र कर दिया गया है। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि शहर की जनसंख्या लगभग 35 हजार हुआ करती थी उस समय बस स्टैंड बना था। वर्तमान जनसंख्या डेढ़ लाख हो गया है। शहर से प्रतिदिन 70 बसों का संचालन होता है। नपा ने महिदपुर रोड पर 2 करोड़ रुपए की लागत से नवीन बस स्टैंड का निर्माण किया, लेकिन कोई भी ऑपरेटर उसका उपयोग नहीं कर रहा है। काफी चर्चा के बाद 22 जनवरी से सभी बसों को राजा जन्मेजय बस स्टैंड पर रुकने की सहमति बनी और पुराने स्टैंड पर पांच मिनट का स्टॉपेज करने का निर्णय लिया गया। इस नियमों का पालन कराने के लिए पुराने बस स्टैंड पर सफेद पट्टी नपा द्वारा लगाई जाएगी। यदि बस खड़ी की गई तो पुलिस कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होगी। बस ऑपरेटरों ने स्टैंड की नवीन व्यवस्था में प्रशासनिक अधिकारियों को सहयोग करने की बात कही। ऑपरेटरों का कहना है कि यदि बस चालक, कंडेक्टर या क्लीनयर नवीन व्यवस्था में सहयोग नहीं करें तो पुलिस सख्ती करने के लिए स्वतंत्र है। बैठक में सीएसपी मनोज रत्नाकर, टीआई श्यामचंद्र शर्मा, नपा से बसंतसिंह रघुवंशी, यातायात आरक्षक मुकेश राठौर आदि मौजूद थे।
पुराने बस स्टैंड पर शुरू कर दी कार्रवाई- सर्किट हाउस पर बैठक समाप्त होने के बाद नगरपालिका का अमला और बस ऑपरेटर पुराने स्टैंड पर पहुंचे। इस दौरान नपा का अतिक्रमण अमला हरकत में आया और प्रतीक्षालय के सामने लगे फल व फ्रूट विक्रेताओं को हटाया। नपाकर्मी रघुवंशी ने बताया पुराने स्टैंड को तीन भागों में विभाजित किया है। प्रतीक्षालय के सामने बस स्टॉप के लिए सफेद लाइनिंग, दूसरे हिस्से में फल-फ्रूट विक्रेता व इसके बाद ऑटो चालक खड़े होंगे। सोमवार शाम से ही यह व्यवस्था पुराने स्टैंड पर लागू कर दी गई। मॉनिटरिंग के लिए नए और पुराने स्टैंड पर प्रथम सात दिन पुलिस जवान तैनात रहेंगे जो बसों की एंट्री करेंगे।
ये बात भी आई सामने
बैठक के दौरान बस मालिकों ने बताया कि जिनके पास बस नहीं है वह ऑफिस खोलकर बुकिंग कर रहे हैं, जिससे सवारियों का नुकसान हो रहा है। ऑपरेटरों ने कहा कि अन्य प्रांतों से आने वाली बसें हमारी सवारी ले जाती है। एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने आश्वासन दिया कि अन्य प्रांतों व लंबी दूरी की बसों को स्टैंड परिसर में नहीं घुसने दिया जाएगा। नवीन बस स्टैंड से बस संचालन में ऑपरेटरों को यदि कोई परेशानी आती है तो पुलिस और प्रशासन उनकी मदद करेंगे।
भारी वाहन पूर्णत: प्रतिबंधित
शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए सुबह 10 से रात 8 बजे तक भारी वाहनों को शहर में पूर्णत प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके बाद भी यदि कोई भारी वाहन शहर में घुसता है तो उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाए। भारी वाहनों का रोकने के लिए कोटा फाटक, जीरो पाइंट और हुसैनी इमामबाड़ा के समीप पुलिस जवानों को तैनात करने के साथ बैरिकेड्स लगाए जाएंगे। यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए जिला मुख्यालय से दो यातायात आरक्षकों की मांग की जाएगी।
ये बस ऑपरेटरों बैठक में हुए शामिल
संजय गुर्जर (गुर्जर बस), सोहेल जैदी (बैगम बस), मोहम्मद सादिक (एकता बस जावरा), आसिफ जैदी (सरताज बस), ओम व्यास (अर्जुन बस), यूनुस भाई (एकता बस खाचरौद), आजाद मंसूरी (शकील बस), इमरान भाई (गोल्डन बस), सत्तार भाई (सितारा बस), इमरान भाई (नागौरी बस), बीके यादव (आजाद यादव), जावेद लाला (आरके बस), मुलचंद्र यादव, बजरंग बस (धर्मचंद्र जैन), दिलीप (जयमाला), सलमान सेठ (सुल्तान ए हिंद), अब्दुल अजीज (स्टार बस ) आदि मौजूद थे। बैठक के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रोसेडिंग के बाद सभी बस ऑपरेटरों के नाम, पता एवं मोबाइल नंबर अंकित कर हस्ताक्षर करवाए।
22 जनवरी से बसों का संचालन राजा जन्मेजय स्टैंड से होगा। पुराने स्टैंड पर पांच मिनट का स्टॉपेज दिया गया है। पालन नहीं करने वाले बस चालकों पर चालानी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में बस ऑपरेटरों ने नवीन व्यवस्था में सहयोग का आश्वासन दिया है।
आशुतोष गोस्वामी, एसडीएम, नागदा