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वर्ष 2030 तक 50 प्रतिशत बिजली आपूर्ति सौर ऊर्जा से करेंगे

locationउज्जैनPublished: Nov 25, 2021 11:49:12 pm

Submitted by:

rajesh jarwal

1500 मेगावॉट के शाजापुर, आगर और नीमच में बनाए जाने वाले सौर पार्क का भूमिपूजन

By the year 2030, 50 of the electricity supply will from solar energy

1500 मेगावॉट के शाजापुर, आगर और नीमच में बनाए जाने वाले सौर पार्क का भूमिपूजन

शाजापुर. पहले मध्यप्रदेश बिजली उत्पादन में कमजोर था। यहां पर गांव तो दूर शहरों में भी बिजली की किल्लत रहती थी। दूसरे राज्यों से बिजली खरीदना पड़ती थी, लेकिन आज का दौर यह है कि मप्र बिजली उत्पादन में इतना आत्मनिर्भर बन चुका है कि दिल्ली की मेट्रो ट्रेन मप्र की बिजली से चल रही है। पहले बिजली को स्टोरेज नहीं किया जा सकता था, लेकिन अब जो तकनीक आ रही है उससे बिजली का स्टोरेज भी किया जा सकेगा। इसके लिए जल्द ही प्रदेश के छतरपुर में प्लांट लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2030 तक देश की ऊर्जा की आवश्यकता की 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मध्यप्रदेश भी पूरा सहयोग देगा और प्रयास करेंगे कि तय सीमा के पहले लक्ष्य को हासिल कर लिया जाए। प्रदेश में प्रतिदिन 5300 मेगावॉट से अधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है।
यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरुवार को शाजापुर के आईटीआई मैदान पर आयोजित 1500 मेगावॉट क्षमता के तीन जिलों में बनाए जाने वाले सौर ऊर्जा पार्क के क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर एवं भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान और केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने शाजापुर में 5250 करोड़ रुपए की लागत के 1500 मेगावॉट क्षमता वाले आगर, शाजापुर और नीमच के सौर ऊर्जा पार्क के क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर एवं भूमि-पूजन किया। उन्होंने निजी निवेशकों के साथ प्रधानमंत्री ‘कुसुम-अ’ योजना के अनुबंध पर भी हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री चौहान ने ऊर्जा के क्षेत्र में जन-जागरूकता के उद्देश्य से चलाये जाने वाले ऊर्जा साक्षरता अभियान ‘ऊषा’ का शुभारंभ किया। साथ ही मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर ही शाजापुर जिले में 88.66 करोड़ रुपए लागत के 89 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत कन्या-पूजन से की। कार्यक्रम में सौर ऊर्जा पर केंद्रीत लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
सरकार ने हर घर बिजली पहुंचाई, कोई छूट गया हो तो बताएं : केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि सरकार ने हर गांंव-हर घर तक बिजली पहुंचा दी है। यदि कोई घर छूट गया हो तो बता दें, वहां भी बिजली पहुंचा दी जाएगी। सरकार ने एक लाख 59 हजार किलोमीटर बिजली ग्रीड बनाई है और लेह, लद्दाख तक हर घर में बिजली पहुंचाई है। हमारी आज प्रतिदिन एक लाख 12 हजार मेगावॉट बिजली हस्तांतरण की क्षमता है। केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि देश में सौर ऊर्जा के माध्यम से साफ और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने पर तेज गति से कार्य हो रहा है। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में अनुकरणीय कार्य हो रहा है। सौर ऊर्जा उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के अतिरिक्त मध्यप्रदेश शासन के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री हरदीपसिंह डंग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री एवं जिला प्रभारी बृजेंद्रसिंह यादव, स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इंदरसिंह परमार, सांसद शाजापुर एवं देवास महेंद्रसिंह सोलंकी, राजगढ़ सांसद रोडमल नागर, विधायक नीमच दिलीपसिंह परिहार, सुसनेर विधायक विक्रम सिंह राणा, मनासा विधायक अनिरूद्ध (माधव) मारू, मप्र तीर्थ स्थान एवं मेला विकास प्राधिकरण अध्यक्ष माखनसिंह चौहान सहित ऊर्जा सचिव एवं चेयरमेन विद्युत वितरण कंपनी विवेक पोरवाल, संभागायुक्त संदीप यादव, महानिदेशक पुलिस संतोष सिंह, कलेक्टर दिनेश जैन, एसपी पंकज श्रीवास्तव सहित जन-प्रतिनिधि, नागरिक एवं स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को योजना का लाभ दिया गया। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के साथ सबसे पहले यहां पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
बीच संबोधन में माइक थाम लिया मुख्यमंत्री ने
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के पश्चात मंच पर संचालन करते अधिकारी द्वारा एक-एक करके हितग्राहियों को आमंत्रित किया जा रहा था। इसी दौरान अचानक मुख्यमंत्री सीधे माइक के पास पहुंचे और माइक थामते हुए कहा कि सबसे पहले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सिंह का संबोधन होगा। हितग्राहियों को बाद में विधिवत लाभांवित किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में आमजन सहित भाजपा के जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता मौजूद रहे। हालांकि यहां पर भाजपा जिलाध्यक्ष की गैरमौजुदगी चर्चा का विषय बनी रही। दोपहर 12.30 बजे से शुरू हुआ कार्यक्रम 3 बजे तक संपन्न हुआ।
ये मुख्य बातें कहीं
अपने 38 मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर ज्यादा उपर-नीचे नहीं होता है। ऐसे में वहां पर पानी के उपर तैरता हुआ सौलर प्लांट लगाकर बिजली बनाई जाएगी।
बिजली कोयले से बनती थी जिसे पर्यावरण प्रदूषित होता है। सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ेगा तो पर्यावरण प्रदूषण नहीं होगा।
राज्य सरकार पानी, कोयले, हवा और सूरज सभी माध्यमों से बिजली बना रही है।
प्रदेश में 15 महिने रही कमलनाथ सरकार ने जो योजनाएं बंद कर दी थी उन्हें फिर से शुरू किया जा रहा है।
प्रदेश में सरकारी नौकरी से प्रतिबंध हटा दिया गया है।
एक साल में प्रदेश में एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
हर जाति, वर्ग के गरीब बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस सरकार भरेगी।
युवाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के लिए बैंक से 1 लाख से 50 लाख तक के ऋण पर गारंटी सरकार देगी। साथ ही इस ऋण के ब्याज में भी 3 प्रतिशत ब्याज सरकार देगी।
महिलाएं स्व सहायता समूह से जुडकऱ आत्मनिर्भर बनें और स्वरोजगार से अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत करें। स्वसहायता समूहों के लिए भी राशि जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना दोबारा शुरू की जाएगी।
सभी के आयुष्मान कार्ड बनाएं जाएं।
भाजपा की प्रदेश सरकार लोगों को रोटी, कपड़ा, मकान, दवाई, पढ़ाई और रोजगार दे रही है।
बिजली बचाएं, पेड़ लगाएं और कोरोना से बचाव का टीका सभी लगवाएं।
पांच साल में प्रदेश में बेटियों की संख्या प्रति हजार 905 से बढकऱ 956 हो गई है।

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