इस समय 70 फीसदी खेतों में गेहूं पकने की कगार पर है। ऐसे में बारिश, ओला वृष्टि और तेज हवा किसानों की किस्मत से दगाबाजी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि 6 से 8 मार्च के बीच जिले के अधिकांश क्षेत्रों में बेमौसम बारिश हो गई। इधर खाचरौद व बडऩगर क्षेत्र में ओला वृष्टि हुई। घट्टिया, बडऩगर, तराना, खाचरौद, महिदपुर व उज्जैन तहसीलों के कई क्षेत्रों में बारिश के साथ तेज हवा ने गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
उल्लेखनीय है कि 6 से 8 मार्च के बीच जिले के अधिकांश क्षेत्रों में बेमौसम बारिश हो गई। इधर खाचरौद व बडऩगर क्षेत्र में ओला वृष्टि हुई। घट्टिया, बडऩगर, तराना, खाचरौद, महिदपुर व उज्जैन तहसीलों के कई क्षेत्रों में बारिश के साथ तेज हवा ने गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
एक ओर जहां प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजे का भरोसा दिला रहे हैं, वहीं कृषि अधिकारी अब तक सर्वे नहीं कर सके हैं। नुकसानी की खबर देने वाले किसानों को कृषि अधिकारी बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर फोन लगाने का सुझाव दे रहे हैं। अफसरों का कहना है कि नुकसान हुआ तो बीमा कंपनी को बताओ, क्लेम मिलेगा। बारिश का आंकड़ा प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट बता रही है, लेकिन कृषि विभाग इससे इंकार कर रहा है। बहरहाल बेमौसम बारिश, हवा और ओला वृष्टि से फसल नुकसानी पर किसान परेशान है और कृषि विभाग के चक्कर तथा बीमा कंपनी के फोन घनघना रहा है।