वहीं अब इस मुहिम में शहर के प्रतिष्ठित सिंध यूथ फेडरेशन ने भी ‘पत्रिका कैम्पेन की सराहना करते हुए इससे स्वयं को जोड़ा है। फेडरेशन ने सहभागिता करते हुए क्षिप्रा नदी के घाटों पर अलग-अलग जगह श्रृद्धालुओं को संदेश देते हुए जागरूकता बैनर लगाए है। इसमें पत्रिका कैम्पेन की कटिंग लगाकर अपील की गई है कि लोग निर्माल्य व अन्य कचरा निर्धारित स्थल पर ही डाले। क्षिप्रा मैली न हो इसके लिए सभी से मिलकर क्षिप्रा को स्वच्छ रखने की शपथ लेने को भी कहा है।
फ्लैक्स पढ़कर लोग होंगे जागरुक
घाट पर लगाए गए इन बैनरों से यहां आने वाले श्रृद्धालुओं को भी संदेश गया है। कार्तिक पूर्णिमा से पहले लगे इन बैनर से लोग नदी को स्वच्छ रखने में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। शनिवार को घाट पर लगे इन बैनरों को यहां पहुंचे लोगों के साथ ही घाट के पंडे-पुजारियों ने भी पढ़ा। पंडित गौरव उपाध्याय का कहना था सामाजिक संगठनों के भी क्षिप्रा नदी से जुडऩे से अच्छा संदेश जाएगा। वैसे हम श्रृद्धालुओं को मौखिक रूप से बोलते हैं, अब उन्हें यह बैनर दिखाकर भी बताएंगे कि वह क्षिप्रा को स्वच्छ रखने में मदद करें।
पत्रिका की सोच को साधुवाद
सिंध यूथ फेडरेशन उज्जैन संस्थापक नरेश धनवानी ने कहा कि हमें पता चला कि पत्रिका क्षिप्रा नदी को स्वच्छ बनाने का पुण्य कार्य कर रही है तो हमने अपना सामाजिक उत्तरदायित्व समझा। आज कोरोना संक्रमण के दौरान लोग डिप्रेशन में है। लोग नदी किराने बैठकर कुछ पल सुकून से बिताते है। ऐसे में नदी स्वच्छ दिखेगी तो लोगों का यहां आनंद आएगा और मानसिक शांति भी मिलेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए संस्था ने छोटी-सी पहल की है। पत्रिका को इतनी अच्छी मुहिम शुरू करने के लिए बहुत साधुवाद।