बिजली कंपनी की लापरवाही से महिला की मौत का मामला…,बिजली कंपनी की लापरवाही से महिला की मौत का मामला…,बिजली कंपनी की लापरवाही से महिला की मौत का मामला…
उज्जैन. गुरुवार को बिजली कंपनी की लापरवाही से विराट नगर में स्मार्ट मीटर लगाते समय घर में झाडू लगा रही महिला की करंट से मौत हो गई थी। चिमनगंज पुलिस ने पांच कर्मचारियों के खिलाफ लापरवाही बरतने का केस दर्ज किया था। बिजली कंपनी की शिकायत पर तीन और आरोपियों के नाम बढ़ाए गए हैं। टीआई जितेन्द्र भास्कर ने बताया बिजली कंपनी में स्मार्ट मीटर लगवाने का काम पश्चिम बंगाल की कंपनी एमपी स्मार्ट ग्रीड प्रा.लि. कर रही है। कंपनी के सत्यजीत कुमार पिता बृजनंदन कुमार सहायक यंत्री खेड़ापति झोन की रिपोर्ट पर एमपी स्मार्ट ग्रीड प्रा.लि. के वाईस प्रेसिडेंट सुदिप्तो मित्रा, प्रोजेक्ट मैनेजर आनंद रायपुरे, प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर शुभम यादव सहित मीटर लगाने वाले कर्मचारी मानङ्क्षसह पिता गणपत, दीपक, आनंद, शैलेन्द्र बिसने, यश श्रीवास्तव के खिलाफ 304 ए में केस दर्ज किया है। 10 दिन में दूसरा हादसा – 17 अगस्त को तराना तहसील के कचनारिया ग्रिड में ऑपरेटर की मौत भी बिजली कंपनी की लापरवाही के कारण हुई थी। पिछले 10 दिन में बिजली कंपनी की लापरवाही से यह दूसरा हादसा हो गया। तार जोड़ते समय नाबालिग की मौत लाइट फिङ्क्षटग का काम कर रहे नाबालिग की करंट से मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया। निर्भय पिता लोकेश 17 निवासी गांधीनगर, नानाखेड़ा में लाइट फिङ्क्षटग का काम करने वाले ठेकेदार नीरज के साथ काम करता है। गुरुवार रात को दोनों काम कर रहे थे तभी उसे करंट लग गया। नीरज निजी अस्पताल लेकर पहुंचा था, तब तक मौत हो चुकी थी। बिजली कंपनी तैयार कर रही दस्तावेज, ठेकेदार की दिखी गंभीर लापरवाही उज्जैन. विराट नगर में स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन के दौरान ठेकेदार कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही से महिला की मौत हो गई। एक ओर जहां पांच कर्मचारियों के विरूद्ध पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया, वहीं मृतका के परिजन को उचित मुआवजे को लेकर बिजली कंपनी दस्तावेज तैयार कर रही है। करंट से मौत पर बीमा राशि के रूप में 4 लाख रुपए मिलने की संभावना है। वहीं अच्छे प्रयास रहे तो परिजन को संबल योजना का भी लाभ मिल सकता है। गुरुवार दोपहर विराट नगर के रहवासी मोहनलाल के घर बिजली कंपनी के ठेकेदार के कर्मचारी स्मार्ट मीटर लगाने पहुंचे थे। मोहन लाल की पत्नी चमेली बाई ने अपने पति को फोन लगाकर इसकी सूचना दी, जिस पर वह घर पहुंचा। मीटर लगाने के लिए पटिया नहीं होने पर जब कर्मचारियों ने इसकी डिमांड की तो मोहनलाल पटिया लाने घर से बाहर चला गया। इसी दौरान पड़ोसी ने उसे फोन किया कि उनकी पत्नी पर बिजली का तार गिर गया। बाद में चमेलीबाई को अस्पताल ले जाते समय मृत्यु हो गई। इस घटना के दौरान ही स्मार्ट मीटर लगाने आए कर्मचारी रफूचक्कर हो गए, जबकि बिजली कंपनी के पत्र पर पुलिस ने पांच के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। बता दें कि बिजली काटे बगैर स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा था, जिस दौरान झाड़ू लगाते समय चमेलीबाई पर बिजली का तार गिर गया और उसकी करंट लगने से मृत्यु हो गई। सीधी बात: राजीव पटेल, डीई, वेस्टर्न जोन सवाल- मीटर लगाने के दौरान बिजली बंद नहीं की जानी थी? जवाब- घरेलू लाइन में 230 वॉट करंट होता है, जिससे ज्यादा खतरा नहीं होता है। इसलिए मीटर लगाने के लिए बिजली बंद करना जरूरी नहीं होता है। सवाल- करंट लगने से महिला की मौत हो गई। क्या वहां इससे अधिक पावर सप्लाय थी? जवाब- नहीं घरेलू कनेक्शन होने से वहां भी 230 वॉट की लाइन है। महिला को ऑउट गोइंग पाइंट से करंट लगा होगा। वैसे कभी-कभी ऐसे हादसे हो जाते हैं। सवाल- स्मार्ट मीटर लगाने वाले कर्मचारी ट्रेंड थे या नहीं? जवाब- बिजली कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने का काम कांट्रेक्टर कंपनी को सौंप रखा है। यह वे ही बता सकते हैं कि कर्मचारी ट्रेंड थे या अनट्रेंड। सवाल- मृतका के परिजन को क्या क्षतिपूर्ति मिलेगी? जवाब- नियमानुसार क्षमिपूर्ति के लिए कागज तैयार कर रहे हैं। अधिकतम बीमा राशि 4 लाख रुपए होती है। कोशिश है कि परिजन को यह राशि मिले।