महाकालेश्वर मंदिर में शिवलिंग के क्षरण को लेकर दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के स्ट्रक्चर की जांच और इसकी मजबूती को बनाए रखने के लिए समय-समय पर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए थे। इसी के तहत केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान की टीम आई है। इसमें वैज्ञानिक डॉ अचल मित्तल व राजीव शर्मा शामिल हैं।
इनके द्वारा मंदिर में पहुंचकर यहां बने खंभे, दीवार सहित अन्य निर्माण की जांच शुरू की गई। टीम मंदिर के बाहर हो रहे गहरीकरण का कार्य देखने के लिए भी पहुंची। इस कार्य से मंदिर को कोई परेशानी तो न हो इसके लिए भी चर्चा की। संस्थान की टीम 18 तारीख को भी मंदिर में जांच कर रही है। इसके बाद अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत करेगी।
पहले भी आ चुकी है टीम, कई सुझाव दिए
महाकाल मंदिर के स्ट्रक्चर की जांच करने के लिए केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान की टीम पहले भी आ चुकी है। बताया जा रहा है कि टीम का यह तीसरा दौरा है, जिसके द्वारा महाकाल मंदिर की जांच की जा रही है।
बता दें कि मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआरआई के साथ एसएआई व जीएसआई द्वारा भी जांच की गई। इनके द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के आधार पर मंदिर में बदलाव भी किए गए है। इसमें पत्थरों पर किए गए पेंट का हटाया गया। शिवलिंग को क्षरण को रोकने के लिए भी विभिन्न उपाय किए गए हैं।