scriptसीसीटीवी कैमरों से रहेगी भक्तों की निगरानी | CCTV cameras to be monitored by devotees | Patrika News

सीसीटीवी कैमरों से रहेगी भक्तों की निगरानी

locationउज्जैनPublished: Jul 22, 2019 12:55:54 am

Submitted by:

Mukesh Malavat

सावन सोमवार की तैयारियां हुईं पूरी, बारिश में नहीं होगी परेशानी

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नागदा. सावन माह के पहले सोमवार पर मुक्तेश्वर बाबा के अभिषेक के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचेंगे। चंबल तट स्थित मंदिर पर अल सुबह करीब 4 बजे ही भक्तों के अभिषेक के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। तैयारियों को लेकर मंदिर का शुद्धिकरण कर उसे धोया गया। हालांकि मंदिर अभी निर्माणाधीन स्थिति में है। लेकिन भक्तों के उत्साह को देखते हुए मंदिर के मुख्य द्वारा रंग रोगन किया गया है। भक्तों पर नजर रखने के लिए मंदिर के गर्भगृह में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, ताकि दर्शन व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आ सके। बारिश से बचाव के लिए मंदिर परिसर के बाहर डोम का निर्माण किया, ताकि अभिषेक करने पहुंचने वाले भक्तों को भीगना नहीं पड़े।
कावडिय़ों के निकलने का क्रम होगा शुरु-शहर के दो दर्जन से अधिक भोले भक्त मंडल की अगुवाई में कावड़ यात्रा निकाली जाती है। शहर से निकलने वाली यात्रा पहले चंबल तट स्थित प्राचीन मुक्तेश्वर मंदिर पर अभिषेक व पूजन कर कावड़ के लिए रवाना होती है। इधर सावन सोमवार की तैयारियों को लेकर शहर के अन्य शिव मंदिरों में भी आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। सोमवार सुबह से मंदिरों पर जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।
किसी भी समय चढ़ा सकते है मुक्तेश्वर को जल-चंबल तट स्थित प्राचीन मुक्तेश्वर भगवान को किसी समय जला अर्पण किया जा सकता है। मुक्तेश्वर का द्वार श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खुला रहता है। मंदिर की देखरेख करने वाले समिति सदस्यों का तर्क है कि, मंदिर शहर के बाहरी सीमा पर मौजूद है। रात्रि के दौरान मार्गसे होकर गुजरने वाले कई श्रद्धालु मंदिर परिसर में शरण लेते है, जिसके बाद सुबह अपने मार्ग की ओर रवाना हो जाते है।
महिला-पुरुषों की पृथक होगी कतार
महाशिवरात्रि के दौरान प्राचीन मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर नगर पालिका की अगुवाई में सात दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। इस दौरान दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में शामिल महिला व पुरुषों की पृथक कतारें होती है। उक्त व्यवस्था के अनुरुप ही मंदिर पर सावन माह के दौरान जलाभिषेक करने वाले महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारें रहेगी। अनुमान लगाया जा रहा हैकि, प्रथम सोमवार को करीब 3 हजार श्रद्धालु जल चढ़ाने व दर्शन के लिए पहुंचेंगे।

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