दुकानों पर भीड़
कपड़ों की दुकान हो या अन्य वस्तुओं की, इस समय बाजार भीड़ से भरे हुए हैं। सड़कों पर वाहनों की कतारें और दुकानों में खरीदारों की जमकर भीड़ उमड़ रही है। भाई और उनके बच्चों के लिए कपड़े, भाभियों के लिए साड़ी, बच्चों के लिए रंगीन खिलौने वाली राखियां, नारियल, गिफ्ट्स आयटम और भी कई वस्तुएं राखी के साथ बहनों द्वारा खरीदी गई हैं।
महाकाल को लगेगा सवा लाख लड्डुओं का भोग
रक्षाबंधन पर प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी राजाधिराज भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। महाकाल धर्मशाला में मंगल गीतों के बीच पवित्रता का पूर्ण ध्यान रखकर महाभोग का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर में करीब तीन दशक से रक्षाबंधन पर राजाधिराज महाकाल को महाभोग लगाने की परपंरा की शुरुआत मंदिर के पुजारी परिवार की ओर से की गई थी। मंदिर में श्रावण मास में जिस-जिस पुजारी परिवार की भस्म आरती चलती है, उन्हें राखी पर सवा लाख लड्डुओं का महाभोग का अवसर प्राप्त होता है। महाकाल मंदिर के पं.आशीष पुजारी ने बताया कि राखी पर बाबा महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाए जाने की परंपरा है। इस क्रम में बाबा को लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। महाकाल धर्मशाला में सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा कड़ाव पूजन कर महाभोग तैयार करने का कार्य प्रारंभ किया था। धर्मशाला में 8 कारीगरों द्वारा 16 सहयोगियों के साथ महाभोग बनाया जा रहा है। भोग तैयार करने में जुटी महिलाएं मंगल और धार्मिक गीत गा रहीं है। इसके साथ शुद्धता-पवित्रता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। 25 अगस्त तक भोग तैयार हो जाएगा। 26 अगस्त को राखी का त्योहार मनाया जाएगा। तड़के भस्म आरती में भगवान महाकाल को राखी अर्पित कर लड्डुओं का भोग अर्पित करने के बाद मंदिर आने वाले हर दर्शनार्थी को लड्डू भेंट किया जाएगा।
श्रावणी उपाकर्म 26 को
रक्षाबंधन के दिन 26 अगस्त को आर्य समाज की ओर से श्रावणी उपाकर्म का आयोजन किया जाएगा। इस दिन से वेद प्रचार सप्ताह का आयोजन भी शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में किया जा रहा है। आर्य समाज के प्रधान मणिंद्र व्यास और सचिव संजय सोनी ने बताया कि 26 अगस्त को आर्य समाज मंदिर पर प्रात: 8.30 से 11.30 तक श्रावणी उपाकर्म होगा। इसमें पुरुष-महिलाएं यज्ञोपवीत धारण करेंगे। बच्चों और युवाओं का नवीन यज्ञोपवीत संस्कार कराया जाएगा। इस अवसर पर स्वामी चैतन्य मुनि महाराज और माता सत्यप्रियायति मौजूद रहेंगे। इस दिन से ही वेद प्रचार सप्ताह का शुभारंभ होगा। इसके बाद 27 अगस्त से 2 सितम्बर तक शहर में अलग-अलग स्थानों पर प्रात: 8.30 से 9.30 तक और रात 8.30 से 10 बजे तक आर्य समाज मंदिर पर वेद प्रचार का आयोजन होगा। सप्ताह का समापन 3 सितम्बर को होगा।