भक्ति और उपासना के ये नौ दिन 2 अपै्रल को महानवमी पर्व के साथ संपन्न होंगे। भक्तों ने इस दौरान नौ दिन अपने घरों में रहकर ही व्रत उपवास और आराधना आदि की। मंदिरों और कई श्रद्धालुओं ने नवरात्रि पर्व के दौरान जवारे बोए थे, इस पर्व की समाप्ति के साथ जवारे विसर्जन किए जाएंगे। प्रशासन ने ऐसे सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नदी या अन्य स्थानों पर इन्हें लेकर न जाएं। बल्कि अपने घरों में जो पौधों की क्यारियां बनी हों, गमले हों, खेतों में इन्हें विसर्जन करें, ताकि धर्म का निर्वाह भी हो जाए और कोरोना संक्रमण से बचाव भी।