कोविड-19 बीमारी को गंभीरता से नहीं लेने वालों पर सख्ती बरतने के निर्देश, सजा और जुर्माना भी लगेगा..
कोरोना वायरस (प्रतीकात्मक फोटो),
उज्जैन. देश के अलग अलग प्रदेशों में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में जिला प्रशासन ने एक बार फिर लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने अधिकारियों को सख्ती बरतने के निर्देश देते हुए साफ कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क सबसे कारगर उपाय है।
बिना मास्क घूमने वालों को 10 घंटे की सजा
कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को अधिकारियों की बैठक में कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान कलेक्टर ने एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल से कहा कि 19 दिसंबर से शहर मे बिना मास्क घूमने वाले लोगों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाए। इस अभियान के तहत जो भी बिना मास्क के घूमते हुए मिले उसे दस घंटे की खुली जेल की सजा देने और उससे जुर्माना वसूलने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए हैं।
होम आइसोशेलन वालों पर भी रहेगी नजर बैठक के दौरान कलेक्टर आशीष सिंह ने होम आइसोशेलशन वाले लोगों पर भी सख्ती के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि अगर कोई होम आइसोलेशन वाला मरीज सड़क पर घूमता हुआ मिले तो उसके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए। इतना ही नहीं होम आइसोलेशन वाले मरीजों के घर पर टीमें भेजकर बराबर जांच भी की जाए कि कहीं मरीज किसी तरह की लापरवाही तो नहीं बरत रहे हैं।
ठंड के साथ मरीजों के बढ़ने का खतरा बता दें कि कोरोना वायरस के मामले देश के कई शहरों और राज्यों में फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं और इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि जैसे जैसे ठंड बढ़ेगी वैसे वैसे कोरोना के मरीजों में भी इजाफा हो सकता है । इसी खतरे को देखते हुए कलेक्टर ने अभी से अधिकारियों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।