उज्जैन

बसों के स्टॅापेज पर कांग्रेस अड़ी… नहीं तो करेंगे आंदोलन

बस ऑपरेटरों की मर्जी के खिलाफ प्रशासन ने पिछले तीन दिनों से सभी यात्री बसों को सख्ती के साथ शहर के भीतर प्रवेश पर रोक लगा दी है।

उज्जैनJun 21, 2018 / 10:51 pm

Lalit Saxena

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नागदा. नवीन बस स्टैंड यात्री बसों का स्टॉपेज प्रारंभ होते ही इसका विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है, कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए यदि पुराने स्टैंड पर १० मिनिट का स्टॉपेज नहीं किया गया तो कांग्रेस चरणबद्ध आंदोलन करेगी। जिसकी शुरुआत २३ जून सुबह ११ बजे पुराने बस स्टैंड पर धरना आंदोलन के साथ किया जाएगा। दरअसल नपा द्वारा करीब ३ करोड़ की लागत से बायपास रोड पर राजा जन्मेजय बस स्टैंड के नाम पर नवीन बस स्टैंड का निर्माण किया गया है। बस ऑपरेटरों की मर्जी के खिलाफ प्रशासन ने पिछले तीन दिनों से सभी यात्री बसों को सख्ती के साथ शहर के भीतर प्रवेश पर रोक लगा दी है। और नवीन बस स्टैंड पर स्टॉपेज के लिए बोला गया है। इधर बस ऑपरेटर्स प्रशासन के निर्देश मानने को तैयार तो है, लेकिन उनकी मांग यह भी है, कि नवीन बस स्टैंड पर स्टॉपेज के पहले बसों को पुराने बस स्टैंड पर करीब १० मिनट के स्टापेज की अनुमति दे, जिससे यात्रियों को चढऩे उतरने में सुविधा होगी। वहीं ऑपरेटर्स को आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। हालांकि प्रशासन ने बस ऑपरेटर्स की मांग को नकारते हुए शहर में प्रवेश वर्जित करते हुए नवीन बस स्टैंड पर ही स्टॉपेज के निर्देश दिए।
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
नवीन बस स्टैंड शहर से एक किमी दूरी पर होने के कारण सुरक्षा के कोई इंतजाम भी नहीं है। कांग्रेसजनों का कहना है कि नए बस स्टैंड पर किसी यात्री के साथ कोई अनहोनी या वारदात हो जाती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। इसके अलावा पेयजल व अन्य मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है।
१० मिनिट के स्टॉपेज की अनुमति दें
्रइधर कांग्रेस ने बस ऑपरेटर्स की मांग है, कि यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए पुराने बस स्टैंड पर दस मिनिट स्टॉपेज की अनुमती दें। कांग्रेस के मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश मोर्य, अजय शर्मा, युसुफ पहलवान ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि एक तरफ जहां भारी वाहनों का आवागमन शहर में चालु है, वहीं दूसरी और प्रशासन ने यात्री बसों के शहर में प्रवेश पर रोक लगा दी है। जिससे शहर आने जाने वाले यात्रियों की परेशानियों से जुझना पड़ रहा है। वहीं पुराने बस स्टैंड क्षेत्र का व्यापार व्यवसाय भी चौपट हो गया है। यात्रियों के नेताओं का यह भी कहना है, कि नवीन बस स्टैंड शहर से करीब एक किमी की दूरी पर है। ऐसे में बस यात्रियों को नए बस स्टैंड पर आने जाने के लिए ऑटो रिक्शा का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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