अगर जिपं में ऐसा नहीं कराया तो चुनाव हारेगी कांग्रेस
उज्जैनPublished: Jan 21, 2019 12:52:13 am
पूर्व जिपं उपाध्यक्ष पोरवाल ने कहा- जिस भाजपा सदस्य को तोड़ा उसे उपाध्यक्ष पद मिला तो कांग्रेस के अन्य सदस्य होंगे नाराज, कलेक्टर-कमिश्नर को पत्र लिखा
उज्जैन. जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव से पहले ही विवाद की स्थिति पैदा हो गई है। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष पोरवाल ने चेताया है कि पहले सदस्यों के चुनाव नहीं कराए गए तो कांग्रेस जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद गंवा देगी। उन्होंने यहां तक कहा है कि जिस भाजपा सदस्य को तोड़ा है और उसे यदि उपाध्यक्ष पद मिलता है तो इससे कांग्रेस सदस्यों में नाराजगी बढ़ेगी और इसके गलत परिणाम सामने आएंगे। पोरवाल ने जिपं चुनाव से पहले दो सदस्यों के चुनाव कराने को लेकर कलेक्टर-कमिश्नर को भी पत्र लिखा है।
जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव २३ जनवरी को है। २१ सदस्यीय जिला पंचायत में जिला पंचायत अध्यक्ष महेश परमार के विधायक बनने और उपाध्यक्ष पोरवाल को पद से हटाने पर कांग्रेस के ९ तो भाजपा के १० सदस्य है। हाल ही में महिदपुर से जिपं सदस्य संतोषीबाई आर्य के पति प्रतापसिंह आर्य ने कांग्रेस ज्वाइन की है। कांग्रेसी दावा कर रहे हैं कि उनके आने से कांग्रेस का एक वोट बढ़ गया है और भाजपा के एक वोट कम हो गया। ऐसे में कांग्रेस को बढ़त हासिल हो गई है। लेकिन पूर्व जिपं उपाध्यक्ष पोरवाल इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनके मुताबिक कांग्र्रेस को पहले खाली हुए दोनों पदों पर चुनाव कराना चाहिए। इसके बाद ही अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव होने चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला पंचायत में दोबारा से कांग्रेस का बोर्ड बन पाएगा। ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में दिक्कत खड़ी होगी। पोरवाल के मुताबिक जिस भाजपा जिपं सदस्य को कांग्रेस में शामिल किया गया है उसके बारे में चर्चा है कि उपाध्यक्ष पद दिया जाएगा। अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस के अन्य जिपं सदस्य नाराज हो सकते हैं। पोरवाल ने कलेक्टर-कमिश्नर को भी पत्र लिखकर कहा है कि अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव से पहले सदस्यों के चुनाव कराएं।
कांग्रेस में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद को लेकर खींचतान
अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस में ही अंदरुनी खींचतान है। दरअसल कांग्रेस सरकार के बनने के बाद कांग्रेसी सदस्य इन दोनों पदों पर आसीन होना चाहते हैं। अध्यक्ष पद के लिए करण कुमारिया और मंजू भरत मालवीय का नाम चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक करण कुमारिया को लेकर एक विधायक सहित दो जिपं सदस्य विरोध में है। वहीं पार्टी से महिला को उम्मीदवार बनाने की बात सामने आई है। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए राजेंद्र सोलंकी का नाम चल रहा है। पिछले चुनाव में राजेंद्र सोलंकी उपाध्यक्ष के दावेदार थे। इस बार उन्हें मौका मिलने की उम्मीद है। यदि किसी बाहर को उपाध्यक्ष बनाया जाता है तो सदस्यों में विरोध हो सकता है।
पोरवाल के रि-ज्वाइनिंग की उम्मीद- पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष भरत पोरवाल भले ही सदस्य के चुनाव की मांग कर रहे हैं लेकिन चर्चा है कि उन्हें शासन स्तर से रि-ज्वाइनिंग करवाया जा सकता है। इस संबंध में शासन स्तर पर कवायद की सूचना है। यदि पोरवाल को दोबारा से उपाध्यक्ष बनाया जाता है तो कांग्रेस सदस्यों की संख्या बढ़ेगी और कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय होगा। पोरवाल का कहना है कि अधिकारियों ने साजिश के तहत पद से हटाया गया है। उन्होंने पार्टी स्तर पर अपनी बात रखी है।