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शिक्षा विभाग में भी ठेका पद्धति

locationउज्जैनPublished: Oct 09, 2019 11:00:10 pm

Submitted by:

Shailesh Vyas

स्कूल शिक्षा विभाग में भी खाली पद ठेका पद्धति से भरेंगे। सर्व शिक्षा अभियान के तहत संचालित जिला शिक्षा केंद्र और विकासखंड स्त्रोत केंद्रों में लम्बे समय से पद खाली है

Contracting system in education department

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उज्जैन. सरकारी विभागों और कार्यालयों के बाद अब स्कूल शिक्षा विभाग में भी खाली पदों की पूर्ति ठेका पद्धति से होगी। राज्य शिक्षा केन्द्र ने आदेश जारी करते हुए जिला परियोजना समन्वयकों से कहा कि लिपिक, चौकीदार और भृत्य के खाली पदों की भर्ती आउटसोर्सिंग से की जाए। गौरतलब है कि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिला शिक्षा केन्द्र और विकासखंड स्त्रोत केंद्रों में लिपिक,चौकीदार और भृत्य केपद खाली हैं, लेकिन विभाग इन पदों पर नियमित नियुक्ति नहीं कर पा रहा है।समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिला शिक्षा केंद्र और विकासखंड स्त्रोत केंद्रों में वर्षों से खाली पड़े, डाटा एंट्री ऑपरेटर, लिपिक, भृत्य और चौकीदार के पदों पर अब आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती करने की तैयारी शुरू हो गई है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें जिला स्तर पर 11 पद और हर ब्लॉक में 2 पदों पर भर्ती होगी। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा जारी आदेश में प्रत्येक जिला शिक्षा केंद्र पर 11 पदों की भर्ती आउटसोर्स से की जाएगी। बीआरसी कार्यालयों में 1 डाटा एंट्री ऑपरेटरों और 1 भृत्य की आउटसोर्स से नियुक्ति की जाएगी।
रिटायर्ड को मिलेगी नियुक्ति
उक्त पदों पर भर्ती के लिए शासकीय, अद्र्घशासकीय और निजी एजेंसियों से प्रशासनिक व्यय संबंधी दरें प्राप्त करने के बाद चयनित एजेंसी के माध्यम से नियुक्ति होगी। आउटसोर्स के जरिए लिपिकों के पदों पर आवेदक नहीं मिलने पर रिटायर लिपिकों को पे-पेंशन के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक नियुक्ति की जाएगी। विभाग ने लिपिक की नियुक्ति के लिए जो शर्तें दी हैं। उसके अनुसार क्लर्क के लिए आवेदक मिलने की संभावना कम है। इसके चलते रिटायर कर्मचारियों को नियुक्त करने का फैसला किया गया है।
अंतिम निर्णय राज्य शिक्षा केन्द्र का होगा
जिलास्तरीय और राज्यस्तरीय कार्यकारिणी के अंतिम निर्णय के बाद अद्र्घशासकीय और निजी एजेंसियों से आउटसोर्सिंग के पद भरे जाएंगे। इसके लिए जिलास्तर पर विज्ञापन प्रसारित कराया जाएगा। अन्य प्रक्रिया पूरी होने के बाद राज्य शिक्षा केन्द्र के अंतिम निर्णय पर नियुक्तियां होगी। बताया जा रहा है कि सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को भी आउटसोर्स पर काम करने का मौका मिल सकता है। इसके लिए शर्त रखी गई है कि जब इन पदों अगर कोई अभ्यर्थी नहीं मिलेगा, इस परिस्थति में सेवानिवृत्त कर्मचारी की सेवाएं ली जा सकती है।

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