करणी सेना के ज्ञापन से शुरू हुआ टकराव
करणी सेना ने विक्रम विश्वविद्यालय में ज्ञापन दिया। इसमें विभिन्न समस्याओं को उठाया। इसी ज्ञापन पर करणी और एबीवीपी से टकराव हुआ। सेना के पदाधिकारियों ने भाजपा से जुड़े नेताओं से शिकायत की, लेकिन एबीवीपी के संगठन मंत्री ने करणी सेना के आरोपों का विरोध किया। इसके बाद माधव साइंस में एबीवीपी की एनएसयूआई से भिड़ंत हो गई। यहां भी आरोप लगे कि एबीवीपी पदाधिकारी ज्ञापन देने का विरोध कर रहे थे। इसी विवाद में करणी के पदाधिकारी से एबीवीपी के लोगों ने मारपीट कर दी। इसके बाद उन्होंने 10 दिन में बदला लेने की धमकी थाने पर दी और एबीवीपी के महानगर मंत्री के साथ मारपीट हो गई।
एफआइआर के लिए भी संघर्ष
लगातार विवादों में घिरी एबीवीपी खुद की घटनाओं के बाद एफआइआर तक नहीं करवा पा रही है। माधव साइंस में एनएसयूआइ के लोगों ने एबीवीपी के कार्यकर्ता के साथ मारपीट की। इसी प्रकरण में देर रात चामुण्डा चौराहे पर चक्काजाम करना पड़ा। वहीं कार्यालय के बाद पदाधिकारी से मारपीट की घटना दोपहर तीन बजे की है। इस प्रकरण में भी देर रात सभी को एकजुट होना पड़ा।