कोरोना वायरस: घबराए नहीं, संक्रमण से बचा जा सकता है
घर पर ही कुछ जड़ीबुटियों के सेवन से बढ़ा सकते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता

उज्जैन. इस समय पूरे विश्व में कोराना वायरस का खौफ है। हर कोई इससे डर रहा है। इसके साथ ही लोग जागरूक भी हो रहे हैं। बाहर आने जाने से बच रहे हैं, लोगों से हाथ नहीं मिलाते हुए हाथ जोड़कर अभिवादन कर रहे हैं। वहीं आयुर्वेद के जानकार लोगों को घरेलू उपाय भी बता रहे हैं, जिससे हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधर क्षमता बढ़ा सकते हैं।
शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. चौरसिया ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के आयुष विभाग द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए कुछ सामान्य उपाय और सलाह जारी की गई है। इनके पालन से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। जारी सलाह अनुसार आमजन व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें, साबुन और पानी से अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक धोएं, बिना हाथ धोएं अपनी आंख, नाक और मुंह छूने से बचें। बीमार होने पर घर पर ही रहें, जो लोग बीमार हैं उनके निकट सम्पर्क से बचें, संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर यात्रा करते समय या काम करते समय एक एन-95 मास्क का उपयोग करें, सर्दी और खांसी के मरीज साफ. सुथरा रूमाल रखें और रोज बदलें।
आहार पर नियंत्रण जरूरी
पानी खूब पीएं व पौष्टिक आहार का सेवन करें। स्वस्थ आहार और जीवनशैली के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं व खांसी और छींक आने पर मुंह व नाक को रूमाल या टीशू पेपर से ढंक लें।
आयुर्वेद से बच सकते हैं
इसके अलावा आयुर्वेद चिकित्सा में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कई औषधियों का प्रयोग किया जाता है। इसमें षडंग पानी मुस्ता, परपट, उशीर, चन्दन, उदीच्य और नागर का 10 ग्राम पावडर एक लीटर पानी में डालकर उबालें और आधा रह जाने पर प्यास लगने पर पीएं। सशंमनी वटी 500 मिग्रा दिन में दो बार लें। त्रिकटु पावडर 5 ग्राम, तुलसी 3 से 5 पत्तियां एक लीटर पानी में डालकर उबालें व आधा होने पर आवश्यकता अनुसार घूंट-घूंट कर पीएं। प्रतिदिन नाक के प्रत्येक नथुने में सुबह अणुध्तिल के तेल की दो-दो बूंद डालें। आमजन से अनुरोध है कि उपरोक्त दवाईयों का प्रयोग आयुर्वेद चिकित्सक के परामर्श के बाद ही करें।
व्याधियों से बचाव के लिए काढ़ा वितरण
चिमनगंज मंडी स्थित शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में कोरोना वायरस के संक्रमण और अन्य मौसमी व्याधियों जैसे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि से बचाव के लिए और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए रोग प्रतिरोधक काढ़ा पिलाया जा रहा है। प्राचार्य डॉ. जेपी चौरसिया ने बताया काढ़ा प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर एक बजे तक पिलाया जाता है। चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ ओपी शर्मा और आरएमओ डॉ हेमन्त मालवीय ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बैनर, पोस्टर, पेम्पलेट आदि के माध्यम से आमजन में जागरूकता बढ़ाई जा रही है। फार्मेसी विशेषज्ञ डॉ कमलेश धनोतिया के निर्देशन में क्वाथ निर्माण और वितरण किया जा रहा है। प्राचार्य ने आमजन से अपील है कि मौसमी व्याधियों से संबंधित लक्षण होने पर प्रतिदिन दिए गए समय पर उक्त चिकित्सालय में उपस्थित होकर काढ़े का सेवन कर सकते हैं।
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