एक आेर शहर स्वच्छता की दौड़ में फिर नंबर वन बनने के सपने देख रहा है वहीं सड़कों पर शूकर, श्वान और गायों का जमावड़ा है। गाय-सांड के कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं हो रही हैं, श्वान लोगों पर हमला कर रहे हैं वहीं शूकर के कारण स्वच्छता पर सवाल उठ रहे हैंं। बुधवार को मेयर इन काउंसिल की बैठक में सभी जनप्रतिनिधी पशु मालिकों की मनमानी और सड़क-कॉलोनी में आवारा मवेशियों के जमावड़े को लेकर खासे भड़के। जनप्रतिनिधियों ने कहा, बार-बार हिदायत देने के बाद भी कुछ लोग शहरवासियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। किसी भी स्थिति में लोगों की सुरक्षा, उनके स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा स्वच्छता मिशन में अंतर्गत भी यह मुद्दा महत्वपूर्ण हैं। इसलिए सड़क-कॉलोनियों को आवारा पशु से मुक्त कराने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाए। अधिकारियों ने भी इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने का कहा। बैठक में महापौर मीना जोनवाल, निगमायुक्त प्रतिभा पाल, सहित एमआइसी सदस्य व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पहले जैसी कार्रवाई करें
शहर में आवारा मवेशियों की समस्या बढऩे पर कुछ वर्ष पूर्व तत्कालीन निगमायुक्त आशीषसिंह ने शहर में चल रहे पशु बाड़े तोडऩे की कार्रवाई की थी। एक दर्जन से अधिक अवैध पशु बाड़े जमींदोज कर दिए गए थे। तब कई पशु मालिकों ने पशु खुले नहीं छोडऩे का कह, कार्रवाई रोकने का निवेदन भी किया था। एक बार फिर शहर में आवारा मवेशियों की समस्या बढ़ गई है। नाराजगी जताते हुए एमआइसी में जनप्रतिनिधियों ने कहा, शहर में फिर पहले जैसी कार्रवाई की जाए। जनप्रतिनिधियों ने एसपी सचिन अतुलकर के कार्यप्रणाली की प्रशंसा करते हुए यह भी कहा कि उन्होंने जिस तरह गुंडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी तरह इस मामले में भी उनसे सहयोग लिया जा सकता है।