सभी को चौंकाने वाली यह आसधारण घटना विक्रम विश्वविद्यालय डिपार्टमेंट परिसर स्थित नौ खोली में रहने वाले विवि कर्मचारी यादव परिवार के घर पर हुई है। दरअसल विश्वविद्यालय के पूर्व कर्मचारी सुरेश यादव ने घर पर ही गाय पाल रखी है। ८ दिन पूर्व गाय ने बछड़ी को जन्म दिया था। शुरुआत में सुरेश यादव ने इसे सामान्य बच्चा समझा लेकिन कुछ समय बाद जब उनका ध्यान गया कि बछड़ी के गर्दन पर एक बड़े नीबू के आकार का गठान नुमा भाग भी है। गौर से देखने पर वह गाय के छोटे मुंह के समान नजर आया। जब उन्होंने बछड़ी को मां (गाय) का दूध पीते देखा तो वे और भी अचरज में पड़ गए। उन्होंने पाया कि बछड़ी के इस असामान्य अंग से वही दूध रिस रहा है। सुरेश यादव ने बताया, यह बछड़ी का दूसरा मुंह है जो संभवत: पूरी तरह विकसित नहीं हो पाया है। बछड़ी के जैसे-जैसे बड़ी हो रही है, उसके इस दूसरे मुंह के आकार में भी परिवर्तन हो रहा है।
छोटे मुंह में आए दांत
बछड़ी के गठान नुमा इस हिस्से से सिर्फ दूध ही नहीं निकलता है बल्कि इसमें से बाहर निकले हुए तीन दांत भी साफ नजर आते हैं। यादव के अनुसार कुछ छोटे दांत अंदर भी हो सकते हैं। दूध पीने के बाद काफी समय तक इस छोटे मुंह से दूध बाहर निकलता रहता है। जब बछड़ी कुछ खाती है तो यह अंग इस तरह हिलता है जैसे इससे भी चारा या अन्य सामग्री चबाई जा रही है।
देखने पहुंच रजे लोग
दो मुंह की बछड़ी के जन्म लेने की सूचना विक्रम विश्वविद्यालय कर्मचारियों और यादव परिवार के परिचितों में तेजी से फैली, जिसे भी इसकी जानकारी मिली, वह इसे देखने पहुंच रहा है। हालांकि पहली नजर में यह कथित मुंह नजर नहीं आता है लेकिन गौर से देखने पर दांत लगे असामान्य अंग की तरह दिखाई देता है।
स्वस्थ्य है बच्चा
करीब आठ दिन पूर्व जन्मी बछड़ी को असाधारण माना जा रहा है। हालांकि अन्य सभी मामलों में यह गाय के दूसरे बच्चों के समान ही है। इसके अलावा जन्म के से ही बछड़ी पूरी तरह स्वस्थ भी है।