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महाकाल मंदिर में दर्शन- प्रवेश की ये है नई व्यवस्था

locationउज्जैनPublished: Apr 25, 2022 12:35:51 pm

Mahakal Datshan निर्माण कार्य के संदर्भ में प्रवेश की नई व्यवस्था हुई लागू

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Mahakal Datshan : उज्जैन। महाकाल मंदिर में चल रहे निर्माण कार्यों के कारण दर्शन-प्रवेश की व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। दरअसल मध्यप्रदेश सरकार महाकाल मंदिर क्षेत्र को आठ गुना बड़ा और खुबसूरत बना रही है। विकास कार्यों के लिए 700 करोड़ रुपये मंजूर हो चुके हैं। जिनमें से 303 करोड़ रुपये के आठ निर्माण कार्य आकार ले चुके हैं। ऐसे में चल रहे निर्माणों के कारण भक्तों को वर्तमान समय में दर्शन-प्रवेश में कुछ असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर में दर्शन-प्रवेश की व्यवस्था में बदलाव किया गया है।

इस संबंध में प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने निरीक्षण किया व बताया कि सामान्य दर्शनार्थी हरसिद्धि पाल पार्किंग, हाटकेश्वर धर्मशाला के सामने, छोटे रुद्रसागर के समीप बने पैदल मार्ग से मंदिर अन्नक्षेत्र, बड़े गणेश के सामने होते हुए गेट न. 4 से विश्राम धाम रैंप से उतरकर नृसिंह मन्दिर, मार्बल गलियारे व बैरिकेड्स से होकर कार्तिकेय मंडप दर्शन हेतु प्रवेश करेंगे। निर्गम रैंप होकर गेट नं. 5 के चढ़ाव से बाहर आएंगे और बड़े गणेश मंदिर की गली से हरसिध्दि पाल पार्किंग वापस जाएंगे।

आपको बता दें क त्रिवेणी संग्रहालय के पीछे मंदिर में प्रवेश के लिए दो नए भव्य प्रवेश द्वार, 920 मीटर लंबा खूबसूरत कारिडोर, हार-फूल-प्रसाद, श्रृंगार की दुकानें, टिकट काउंटर और सोलर सिस्टम युक्त सरफेस पार्किंग जोन का निर्माण खत्म होने की कगार पर है। कारिडोर के पास स्थापित पत्थर एवं फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनीं भगवान शिव और अन्य देवी देवताओं की विशाल 127 मूर्तियों का रंग-रोगन जारी है।
वहीं महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के पहले चरण में महाकाल कारिडोर का निर्माण पूर्ण होने की स्थिति में है। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इसका लोकार्पण हो जाएगा।
अब इस तरह से रहेगी दर्शन व्यवस्था

– वीवीआईपी, प्रोटोकॉल, 1500 रुपए की अभिषेक रसीद धारी, शीघ्रदर्शन (250) रसीदधारी मन्दिर के प्रशासक कार्यालय के समीप बने काउंटर से रसीद प्राप्त कर निर्माल्य गेट (शंख द्वार के समीप) से सूर्यमुखी हनुमानजी के मंदिर की सीढिय़ों से उतरकर सभामंडप, काला गेट होकर प्रथम बैरिकेड्स से दर्शन करेंगे व पुन: इसी मार्ग से लौंटेंगे।
– नियमित दर्शनार्थी निर्माल्य गेट से प्रवेश कर बाबा बाल हनुमानजी के मंदिर से कार्तिकेय मंडप दर्शन हेतु प्रवेश करेंगे।

– अभिषेक रसीद (1500) व शीघ्रदर्शन रसीद (250) हेतु प्रोटोकॉल कार्यालय के अतिरिक्त शंखद्वार के समीप भी एक अतिरिक्त कॉउंटर रहेगा। यहां से अपनी आवश्यकतानुसार सभी रसीदें सुलभता से उपलब्ध होंगी। दर्शनार्थी हेतु सभी स्थानों पर सामान्य सुविधाएं भी रहेंगी।

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