स्कूलों की फीस को लेकर एक बार फिर से पालकों ने आक्रोश जताया। अभिभावकों व विद्यार्थियों के पास स्कूल प्रबंधकों द्वारा फोन कॉल और मैसेज भेजे जा रहे हैं, इसके विरोध में करीब 150 लोगों ने क्रिस्ट ज्योति स्कूल पहुंचकर प्रदर्शन किया।
कोरोना महामारी के चलते नया शिक्षा सत्र शुरू नहीं हो सका है। मार्च के बाद से ही सरकार ने स्कूलों को बंद कर रखा है। बावजूद इसके स्कूल प्रबंधकों द्वारा फीस को लेकर अभिभावकों और विद्यार्थियों को फोन के साथ मैसेज भेजे जा रहे हैं। बच्चों के स्कूल नहीं जाने और फीस वसूलने को लेकर आक्रोशित पालकों ने पहले भी विरोध जताया और अब फिर प्रदर्शन किया।
क्रिस्ट ज्योति स्कूल पहुंचकर अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि जब स्कूल नहीं खुले तो किस बात की फीस जमा कराई जाए। बच्चे ऑनलाइन क्लास में भी शामिल नहीं हो पाए हैं, वहीं बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है।
पिछले माह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंदौर आगमन पर अभिभावकों ने उनका काफिला रोककर स्कूल प्रबंधकों की मनमानी की शिकायत दर्ज कराई थी। प्रदेश सरकार ने आश्वासन दिया था। बावजूद इसके स्कूल प्रबंधकों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। मामला हाई कोर्ट भी पहुंच चुका है और राहत की बात कई बार सामने आ चुकी है लेकिन अभिभावकों के पास प्रतिदिन फीस को लेकर मैसेज भेजे जा रहे हैं।
शुक्रवार तक का दिया आश्वासन
सभी पालकों ने एकसाथ एकत्रित होकर स्कूल प्रबंधन के सामने अपनी मांग रखी, जिसमें मैनेजमेंट का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति उपस्थित नहीं हुआ। इसके कारण उन्होंने लिखित में आश्वासन दिया कि शुक्रवार को प्रबंधन के जिम्मेदार लोग उपस्थित होंगे और जो समस्या है, उस पर निर्णय लेकर अवगत करा दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद ही पालक वहां से हटे। प्रदर्शन करने वालों में मुकेश शर्मा, शैलेंद्र शर्मा, हितेश शर्मा, विक्की शर्मा, विजय आंजना, बालू आंजना, मनोज मोटे, वैभव अग्रवाल, मंजू शर्मा, जयश्री पांडे, माधुरी इंदरकर आदि पालकगण उपस्थित थे।