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शादी का डिजिटल निमंत्रण, रिश्तेदारों को लाइव दिखा रहे समारोह

अब विवाह समारोह में टेक्नोलॉजी का बढ़ा उपयोग

उज्जैनMay 27, 2023 / 02:30 am

Mukesh Malavat

wedding

उज्जैन. शादी ब्याह के पारंपरिक रीति-रिवाजों से अलग हटकर शादियों में इन दिनों नई परंपराओं ने जन्म ले लिया है। अब विवाह समारोह में टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ा है। अब लोग देश-विदेश में बैठे रिश्तेदारों को लाइव शादी दिखा रहे हैं, जबकि कागज पर छपे कार्ड की जगह डिजिटल वीडियो कार्ड ने ले ली है। शादी के इस सीजन में 24 मई से लेकर 30 जून तक सिर्फ 15 शुभ मुहूर्त ही बचे हैं। इनमें करीब सैकड़ों शादियों के लिए बाजार तैयार है। शादी विवाह से जुड़े कारोबारियों का दावा है कि बचे हुए इस सीजन में बाजार अच्छा कारोबार करेगा। हालांकि बेहतर कारोबार की शुरुआत चैत्र नवरात्र से हो चुकी थी, लेकिन अप्रेल माह में शादियों पर ब्रेक लगने से बाजार को रफ्तार थोड़ी धीमी हो गई जबकि इस बार की नवरात्र में 30 फीसदी ज्यादा कारोबार हुआ है शादियों का सीजन 30 अप्रेल से शुरू हो चुका है और 28 जून तक रहेगा।
फोटोग्राफी में भी टेक्नोलॉजी
फोटोग्राफर संजय पंचोली ने बताया, पहले फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में 2000 वाट की हैलोजन लाइटों का उपयोग किया जाता था। अब बड़े-बड़े कैमरे से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का चलन खत्म हो गया है। हैलोजन लाइटों की जगह एलईडी लाइटों ने ले ली है। टेक्नोलॉजी की बदौलत ट्राइपोर्ट से ही तस्वीरें खींच जाती हैं और वीडियो बन जाते हैं। इसमें लाइट का उपयोग पहले की अपेक्षा काफी कम होता है।
डिजिटल निमंत्रण कार्ड ने बनाई जगह
शादी के कार्ड प्रिंट कराने का चलन धीरे-धीरे कम हो रहा है। पहले हर रिश्तेदार के लिए कार्ड पहुंचाना जरूरी होता था, लेकिन अब इसकी जगह डिजिटल और वीडियो कार्ड ने ले ली है। पहले जहां एक सामान्य परिवार की शादी में 400 से 500 कार्ड छपते थे। अब वीडियो और डिजिटल कार्ड के साथ 100 से 150 प्रिंटेड कार्ड ही लोग छपवा रहे हैं। इसकी वजह सोशल मीडिया व नेटवर्किंग साइट पर डिजिटल कार्ड भेजा जाना और रिश्तेदार व परिचितों द्वारा इसे स्वीकार किया जाना है।
मई में 5 और जून में 10 शुभ मुहूर्त
पंडित गोविन्द शर्मा ने बताया, शुभ विवाह के लिए गुरु व शुक्र का उदय देखा जाता है। इसके साथ ही भगवान सूर्य जब मेष, वृषभ, मिथुन, वृश्चिक, मकर व कुंभ के हो तब विवाह करने से वैवाहिक जीवन अच्छा चलता है। सात फेरों के लिए मई में 26, 27, 28, 29, 30 एवं जून में 3, 5, 6, 7, 11, 12, 13, 22. 23, 26 शुभ रहेगी। इसके बाद अधिक मास के चलते जुलाई में ही सावन का महीना शुरू हो जाएगा। अच्छे मुहूर्त के चलते शुभ कार्य चलते रहेंगे।
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