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सांप से मत डरो, किंतु पाप से डरो

locationउज्जैनPublished: Jan 12, 2019 01:23:46 am

Submitted by:

Gopal Bajpai

साध्वी तत्वदर्शना का हुआ मंगल प्रवेश

patrika

nagda

बडनग़र. प्रबल पुण्योदय से हमें मानव जीवन मिला है यह जीवन की सार्थकता तब है जब हम जीवन में ज्ञान धर्म के जोत जलाएं। जीवन में कुछ पाना है तो लक्ष्य तय करना होगा और लक्ष्य पाने के लिए पुरुषार्थ करना होगा। नौकरी करना हो, व्यापार करना हो, कार्य करना हो, यह हमारा लक्ष्य होता है जैसे ही मोक्ष पाने के लिए धर्म मार्ग रूपी लक्ष्य जरूरी है और लक्ष्य पाने के लिए नियम जरूरी है। पाप और पुण्य की व्याख्या करते हुए साध्वी महाराज साहब ने कहा कि सांप से मत डरो, किंतु पाप से डरो, सांप से काटा एक बहू बिगड़ता है, किंतु पाप से कई भाव बिगड़ जाते हैं। मनुष्य जन्म को सार्थक करना है तो टेस्ट को छोडऩा होगा टेस्ट में ही जीवन वेस्ट हो रहा है।
यह उद्गार परम पूज्य साध्वी तत्वदर्शना श्रीजी महाराज साहब ने ज्ञान मंदिर में एक धर्मसभा में व्यक्त किए। इसके पूर्व प्रात: बेला में पुणे साध्वीजी, तत्व दर्शनश्रीजी संवर वर्षिता महाराज, तत्व रुचि श्री महाराज का नगर प्रवेश संगम चौराहे से हुआ। जहां आपकी अगवानी संघ के अनिल गोलेचा, वीरेंद्र राठौड़, सुशील श्री श्रीमाल, राजकुमार चोपड़ा विनोद खाबिया ने की।
धार्मिक कार्यक्रम के साथ दो दिवसीय महोत्सव के साथ मनेगी गुरु सप्तमी
विश्व पूज्य गुरुदेव श्रीमद विजय राजेंद्र सुरीश्वरजी महाराज साहब की 112वीं पुण्यतिथि एवं 192 जन्म जयंती महोत्सव 13 जनवरी रविवार पौष सुदी सातम को विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम के साथ दो दिवसीय महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा, जिसमे 12 जनवरी को रात्रि में भव्य रंगारंग भक्ति का आयोजन रखा गया है। 13 को प्रात: 6 बजे भक्तांबर पाठ प्रात: 9 बजे चल समारोह, प्रात: 10:30 बजे गुरु महिमा धर्म सभा पूज्य साध्वीजी द्वारा दोपहर 2 बजे राजेंद्रसुरी अष्ट प्रकारी पूजन महिला एवं बहू परिषद द्वारा पढ़ाई जाएगी एवं रात्रि को भव्य रंगारंग भक्ति का आयोजन रखा गया है। कार्यक्रम श्रीसंघ के सहयोग से गुरु सप्तमी महोत्सव समिति द्वारा करवाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गुरु सप्तमी महोत्सव समिति द्वारा सतत सातवें वर्ष में यह महोत्सव मनाया जा रहा है। समिति ने पूज्य गुरुदेव के इस कार्यक्रम में अपनी संपूर्ण उपस्थिति प्रदान कर धर्म लाभ की अपील की है।

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